दरअसल कई जगह सीवर और पेयजल की पाइप लाइन एक दूसरे के समानांतर जा रही है। पाइप लाइन पुरानी होने के चलते दोनों में लीकेज है। लिहाजा दोनों पानी के मिश्रण के चलते दिक्कत आ रही है। इसका एक ही इलाज है कि क्षतिग्रस्त पाइप लाइन बदली जाय। लेकिन इस तरफ जिम्मेदारों का ध्यान नहीं जा रहा। ऐसे में लोगों का परेशान होना लाजमी है।
लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायत दर्ज कराने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। ऐसे में गंदा पेयजल आने से लोगों में स्वास्थ्य को लेकर चिंता सता रही है। टैप वॉटर से तो गंदा पानी आ ही रहा है, हैंडपंपों से भी गंदा पेयजल निकल रहा है। लोग बताते हैं कि दरअसल जहां-तहां जो खाली प्लाट हैं वहां गंदा पानी जमा हो रहा है। पानी निकासी के पर्यापत इंतजाम नहीं होने से भू-जल प्रदूषित हो रहा है जिसके चलते आसपास के हैंडपंपों से गंदा पानी आ रहा है।
अब माधवनगर के इंदिरा ज्योति कॉलोनी में कई घरों में आ रहे गंदे पानी के संबंध में स्थानीय लोगों ने निगम प्रशासन को अवगत कराया। साथ ही मांग की कि कम से कम पीने के लिए तो शुद्ध पेयजल का इंतजाम कराया जाए। पर वहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में लोग संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका से डरे हैं।
उधर शहर के चौबे वार्ड के निवासियों का कहना है कि दो महीने से गंदा पेयजल पीने को मजबूर हैं। यही हाल माधवनगर के अमीर गंज का हैं। यहां पर पेयजल की समस्या को लेकर आम लोग बेहद परेशान हैं। कमोवेश यही हाल संजय नगर का भी है।