किसानों से खरीद रहे बढिय़ा अनाज
नागरिक आपूर्ति निगम, खाद्य विभाग व विपणन विभाग द्वारा समर्थन मूल्य पर किसानों से बेहतर गुणवत्ता वाले अनाज खरीदने के दावे करता है। समर्थन मूल्य पर खरीदे गई धान की कस्टम मिलिंग के बाद व गेहूं की ग्रेडिंग कराकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत राशन दुकानों में भेजे जाने का प्रावधान है। लेकिन वर्तमान में राशन दुकानों में जो गेहूं व चावल उपभोक्ताओं को वितरित किया जा रहा है उसकी गुणवत्ता चौंकाने वाली है। जांच रिपोर्ट ने भी नान विभाग की करतूतों की कलई खोलकर रख दिया है। इस तरह की व्यापक गड़बड़ी कई विभाग द्वारा की जा रही है और जिम्मेदार अनजान बने हैं।
इनका कहना है
शिकायत पर निवार और तेवरी राशन दुकान से गेहूं का सेम्पल लिया गया था। उसे जांच के लिए भोपाल भेजा गया था। जांच रिपोर्ट में अमानक सिद्ध हुआ है। इस तरह के कृत्य पर संबंधित आरोपी पर ५ लाख रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान हैं। आगे की जांच कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
डीके दुबे, फूड ऑफिसर।