कटनी. जिले के पुलिसकर्मियों को सप्ताह में एक दिन मिलने वाली छुट्टी बंद हो गई है। उनके अवकाश पर लगा चुनावी ग्रहण अब तक हट नहीं पाया है। जबकि लोकसभा चुनाव के लिए लागू आचार संहिता समाप्त हुए 20 दिन से अधिक का समय बीत गया है। बतादें कि पुलिस विभाग में काम कर रहे कर्मचारियों को सप्ताहिक अवकाश नहीं मिलता था। ऐसे में पुलिसकर्मियों को थाने में 24 घंटे की ड्यूटी करनी पड़ रही थी। परिवार को समय भी नहीं दे पाते थे। तनावभरी जिदंगी जीने को मजबूर थे। प्रदेश में साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में आने पर पुलिसकर्मियों को सप्ताहिक अवकाश देने का वचन दिया था। सरकार बनने के बाद सीएम कमलनाथ ने पुलिसकर्मियों को सप्ताह में एक दिन की छुट्टी देने का आदेश जारी किया। यहां कुछ दिन इसका लाभ पुलिसकर्मियों को मिला और लोकसभा चुनाव के लिए लागू आचार संहिता के बाद इस पर रोक लगा दी गई थी।
जिले में 27 जनवरी से पुलिस कर्मियों को शुरू हुई थी छुट्टी मिलना
गृह विभाग के निर्देश पर जिले के पुलिस कर्मियों को 27 जनवरी से सप्ताह में एक दिन की छुट्टी मिलना शुरू हुई थी। पहले दिन 70 से अधिक पुलिस अधिकारी-कर्मचारी छुट्टी पर रहे। जिलास्तर से तैयार किए गए रोस्टर के मुताबिक निरीक्षक से लेकर एसआइ, एएसआइ, प्रधान आरक्षक व आरक्षकों को अलग-अलग दिन सुविधानुसार अवकाश दिया गया था। 15 मार्च से बंद हुआ अवकाश
जिले के पुलिसकर्मी सप्ताह में एक दिन मिलने वाली छुट्टी की खुशी अधिक दिन नहीं मना सके। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद 15 मार्च से सप्ताहिक अवकाश बंद कर दिया गया था। अब लोकसभा चुनाव को समाप्त हुए 20 दिन से अधिक का समय हो गया है। आचार संहिता की खत्म हो गई है, इसके बाद भी पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश मिलना शुरू नहीं हुआ। जिसके चलते सीएम का वचन पत्र झूठा साबित हो रहा है।
-अवकाश क्यों बंद है, इसका पता लगवाया जाएगा। पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश दिया जाएगा। नए तरीके से रोस्टर बनाया जाएगा।
ललित शाक्यवार, पुलिस अधीक्षक कटनी।
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