बतादें कि यह पूरी कार्रवाई उस वायरल ऑडियो के बाद हो रही है, जिसमें सीएमएचओ मास्क सप्लायर सीधे तौर पर 140 रूपये के मास्क का 190 रूपये कर देने की बात कह रहे हैं। बातचीत के दौरान बीच-बीच में सीएमएचओ सप्लायर से कहते हैं कि नोट लेकर आ रहे हो कि खाली हाथ, रेट बढ़ा दिया है तो आर्डर ले जाओ। हम लोग तो मंत्री से लेकर नीचे तक पहुंचे हुए हैं।
कथित ऑडियो के बाद कोरोना संकट काल में कमीशनखोरी की चर्चाओं के बीच अधिकारियों की कार्यशैली पर एक बार फिर सावलिया निशान लगा है। ऑडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है।
इस संबंध में डॉ. एसके निगम का कहना है कि सप्लायर ने कहा था मास्क हमसे ले लीजिए, हमने कहा था जैम में लगा दीजिए। उनका नहीं हो पाया होगा। हमारे यहां सभी प्रकार की खरीदी जैम से होती है। सप्लायर जैम में रेट डालते हैं, उसमें हम क्या करेंगे।
वहीं कलेक्टर एसबी सिंह ने बताया कि सीएमएचओ डॉ. एसके निगम द्वारा कार्य के दौरान नियमों का पालन नहीं किए जाने की शिकायत मिली है। सीएमएचओ के पूरे कार्यकाल की जांच कर सात दिन में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश एसडीएम बलबीर रमण को दिए हैं।
इधर इस पूरे मामले में मंगलवार शाम जारी आदेश में डायरेक्टर हेल्थ भोपाल ने सीएमएचओ डॉ. एसके निगम को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं जबलपुर नियत किया गया है।
जांच की राडार में आएंगे ये मामले
– डीएमएफ की राशि से स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जरूरी सामग्री खरीदी के लिए 1 करोड़ 25 लाख रूपये जारी होने के बाद सीएमएचओ द्वारा की गई 62 लाख 50 रूपये की खरीदी के दौरान मध्यप्रदेश भंडार क्रय नियम का पालन नहीं होने पर सीइओ जिला पंचायत द्वारा बैठाई गई जांच प्रक्रिया में है।
– पहाड़ी निवार स्वास्थ्य केंद्र में विधायक निधी से प्राप्त राशि में बिना टेंडर के ही एक्स-रे पुरानी मशीन लगाने की शिकायत के बाद जांच हुई। तब मशीन को वहां से हटाकर बड़वारा अस्पताल भेजा गया। कार्रवाई लंबित है।