कलेक्टर ने दिलीप धारक और रजनी बाई से सर्वे के बारे में जानकारी ली और वितरित दवा के बारे में पूछा। दिलीप ने प्राप्त दवा कलेक्टर को दिखाया तो पता चला कि विटामिन की गोलियां नहीं दी गई है। इस पर कलेक्टर एसबी सिंह ने मौके पर सीएमएचओ डॉ. एसके निगम को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान परिवारों को विटामिन की गोलियां बांटने के निर्देश की अनदेखी क्यों की गई। इस पर सीएमएचओ ने चुप्पी साध ली। कलेक्टर ने सीएमएचओ से दो टूक कहा कि अस्पताल में पड़ी-पड़ी गोलियां एक्सपायरी हो जाती है, यहां बांटने में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सर्वे टीम को इम्यूनिटी बूस्टर, आयुष वटी और विटामिन की गोलियां जरूर उपलब्ध कराएं। सर्वें की हकीकत जानने पहुंचे कलेक्टर को रजनी बाई ने बताया कि पूर्व में यह क्षेत्र कंटेंनमेंट क्षेत्र भी घोषित रहा है। एक बार क्षेत्र का हेल्थ सर्वेलान्स सर्वे और आयुष औषधियों का वितरण पूर्व में भी हो चुका है। गुरूवार को सर्वे का जायजा लिए जाने के दौरान कलेक्टर व सीएमएचओ के अलावा जिला आयुष अधिकारी डॉ. आरके सिंह और पैरामेडिकल स्टॉफ मौजूद रहा।
सर्वे करने वाली टीम ने कलेक्टर ने बताया कि 48 घरों में सर्वे के दौरान मलेरिया, डेंगू और संक्रमण के लक्षण वाले एक भी मरीज नहीं मिले। कलेक्टर नेसर्वे दलों को पूरी गंभीरता के साथ किल कोरोना अभियान के तहत सर्वे कार्य करने की बात कही। जिले में किल कोरोना अभियान की शुरूआत एक जुलाई को हुई। पहले दिन 22 हजार 533 परिवारों के एक लाख 9 हजार 630 व्यक्तियों का हेल्थ सर्वे किया गया। इसमें सर्दी, जुकाम, बुखार व खांसी से पीडि़त 143 व्यक्ति मिले। 5 हजार 139 व्यक्तियों द्वारा आरोग्य सेतु एप का उपयोग करना पाया गया।