scriptदीवाली से पहले 99 स्थानों पर मिल्क पार्लर में काम न आया कलेक्टर के निर्देश | Collector's instructions did not work in milk parlor at 99 places | Patrika News

दीवाली से पहले 99 स्थानों पर मिल्क पार्लर में काम न आया कलेक्टर के निर्देश

locationकटनीPublished: Nov 23, 2020 11:05:39 pm

सरकारी व्यवस्था में काम की गति का एक उहाहरण यह भी.
– तैयारी की कवायद निर्देश तक सीमित, संचालित नहीं हो सके मिल्क पार्लर, दुग्ध संघ और नगर निगम के अपने-अपने दावे.

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कटनी. शहर में अलग-अलग 99 स्थानों पर मिल्क पार्लर संचालित करने के लिए दीपावली से कई माह पहले तैयारी शुरू की गई। अलग-अलग बैठकों में कलेक्टर एसबी सिंह ने निर्देश दिए कि दीपावली से पहले चिन्हित स्थानों पर मिल्क पार्लर खोल दिया जाए। लेकिन इस योजना का हाल भी शहर के लिए संचालित होने वाली दूसरी सरकारी योजनाओं की तरह ही हुआ। दीपावली के सात दिन बाद भी मिल्क पार्लर नहीं खुले। अब दुग्ध संघ का कहना है कि मिल्क पार्लर के लिए कटनी में प्रदेश के दूसरे बड़े महानगरों की तुलना में ज्यादा किराया तय किया गया। वहीं नगर निगम के अधिकारी कह रहे हैं कि मिल्क पार्लर के लिए दर एमआइसी द्वारा तय किया गया है, जिसे कम करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।

दुग्ध संघ जबलपुर के सीबी कोरी बताते हैं कि नगर निगम को किराया कम करने कहा गया है। किराए की राशि कम होते ही मिल्क पार्लर खोलने की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
वहीं नगर निगम आयुक्त सत्येंद्र धाकरे का कहना है कि मिल्क पार्लर के लिए किराया का प्रस्ताव एमआइसी ने तय किया था। दुग्ध संघ द्वारा किराया राशि ज्यादा बताने के बाद कम करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।

कलेक्टर ने इन तारीखों पर दिए निर्देश
– 3 जून की बैठक में कलेक्टर ने कटनी शहर में 100 स्थानों पर मिल्क पार्लर चलाने आवेदकों के चयन की कार्यवाही पूरी करने के निर्देश दिये।
– 11 जून को आयोजित बैठक में दुग्ध उत्पादक किसानों को केसीसी जारी करने के साथ ही मिल्क पार्लर खोलने के काम तेजी लाने कहा गया।
– 15 अक्टूबर की बैठक में कलेक्टर ने कृषि उत्पादन आयुक्त को बताया कि दीपावली से पहले कटनी शहर में 99 स्थानों पर मिल्क पार्लर का संचालन होगा।
– 19 अक्टूबर और 2 नवंबर को आयोजित बैठक में भी दीपावली से पहले मिल्क पार्लर खोलने का गया।

नगर निगम एमआइसी ने 9 सौ रूपये तय किया किराया, दुग्ध संघ ने कहा बड़े शहरों में किराया है पांच सौ-
शहर में मिल्क पार्लर खोलने के लिए 99 लोगों ने इच्छा जताई। आवेदन भी आ गए। इसके लिए नगर निगम की एमआइसी ने बीते वर्ष अक्टूबर-नवंबर में नौ सौ रूपये किराया और प्रीमियम तय किया। इसे लेकर दुग्ध संघ का कहना है कि बड़े शहरों में किराया पांच सौ रूपये है। इसके बाद नगर निगम किराया कम करने के लिए प्रस्ताव शासन को भोपाल भेजा।

एक माह पहले बनी है दुग्ध संकलन समितियां-
जिले में पहली बार अक्टूबर माह में दुग्ध संकलन संमितियों का गठन किया गया। दो मिल्क रुटों का निर्धारण कर दुग्ध संकलन की गतिविधियां प्रारंभ की गई है। स्लीमनाबाद से बहोरीबंद और स्लीमनाबाद से ढीमरखेड़ा मिल्करुट में 8 दुग्ध संकलन समितियां गठित की गई। जिनके माध्यम से दुग्ध संकलन होकर प्रतिदिन जबलपुर दुग्ध संघ को परिवहन किया जा रहा है। दुग्ध संकलन के जिले में विस्तार के लिये बीएमसी की स्थापना सहित 51 लाख रुपये लागत का प्रस्ताव तैयार किया गया।

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