कटनी

सुरक्षित पलें बढ़ें शावक, बाघिन ने उठाया यह कदम

कुआं के सरपंच सहित वन विभाग के अधिकारी दे रहे ग्रामीणों को समझाइस

कटनीMar 26, 2018 / 08:22 am

raghavendra chaturvedi

सुरक्षित पले बढ़ें शावक, बाघिन ने उठाया यह कदम

कटनी. कुआं, करौंदी व बिचपुरा गांव के आसपास तीन बाघों के मूवमेंट की हकीकत जानने बांधवगढ़ से दो हाथियों के साथ पहुंचे दल ने रविवार को भी सर्चिंग की। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली रेंजर व सर्चिंग दल के प्रमुख आरके मरकाम ने बताया कि कुआं के आसपास एक ही बाघिन का परिवार विचरण कर रहा है। इसमें बाघिन के साथ उसके दो शावक शामिल है।
बतादें यह क्षेत्र बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के बफर एरिया से लगा है। जानकारों का कहना है कि बांधवगढ़ में बड़े बाघों के हमले से उसके छोटे शावकों को नुकसान न हो इस कारण बाघिन शावकों को दूर जंगल में कुआं, करौंदी के आसपास लेकर आ गई है। शावकों के आहार के लिए ही बाघिन बैल, गाय, बकरी व दूसरे मवेशियों का शिकार कर रही है।
जंगल में जिस बाघ से बाघिन के शावक पैदा होते हैं वही बाघ शावकों को मार देता है। शावकों को बचाने के लिए पैदा ही बाघिन बाघ की टेरीटेरी काफी दूर चली जाती है। शावकों की सुरक्षा के लिए बाघिन बेहद ही गुप्त स्थान पर शावकों को रखकर बड़ा करती है। उन्हे जंगल में सफल बाघ बनने की हर कला सिखाती है।
सरपंच दे रहे ग्रामीणों को समझाइस
जिले के कुआं व आसपास गांव में बाघ से किसी प्रकार की जनहानि न हो इसके लिए अब गांव के जनप्रतिनिधि आगे आ रहे हैं। कुआं गांव के सरपंच प्रहलाद सोनी ने बताया कि इन दिनों जंगल में महुआ बीनने व बारिश से पूर्व र्इंधन इंतजाम के लिए लकड़ी एकत्रित करने का सीजन है। ग्रामीणों का ज्यादा समय इन दिनों जंगल में ही कटता है इसके बाद भी सभी ग्रामीणों को समझाइस दी जा रही है कि वे जंगल में न जाएं। सरपंच के अनुसार बाघ के हमले से कई ग्रामीणों को पधुधन का नुकसान हुआ है। वन विभाग द्वारा उन्हे आर्थिक सहायता तो मुहैया कराई जा रही है, लेकिन जिन किसानों के बैल को ही बाघ ने मार दिया तो उसका खेती का तो रुक ही जाएगा। नया बैल ढूंढऩे के लिए मशक्कत भी करनी पड़ेगी।
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