इजिस कंपनी की बेपरवाही
नगर निगम आयुक्त सत्येंद्र धाकरे के अनुसार इजिस द्वारा पूरे काम को देखा जा रहा है। स्वतंत्र कंपनी के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा गलत बिलिंग की गई। पहले ज्यादा भुगतान करा दिया फिर डिफरेंस निकाल दिया गया। ठेकेदार को नोटिस दिया गया, ठेकेदार को पक्ष रखने का समय दिया गया है, समय पर जवाब न मिलने पर हटाने की कार्रवाई होगी। बता दें कि इजिस द्वारा बीएलसी घटक के आवासों में भी जमकर मनमानी की गई है। हजारों आवेदनों को डस्टबिन में डाल दिया गया है, अपात्रों को आवास दे दिए गए हैं। पहले सूची के हितग्राही पीएम आवास के लिए चक्कर काट रहे हैं।
यह हो रहा निर्माण
झिंझरी में 1512 आवासों का निर्माण होना है। यहां पर इडब्ल्यूएस के 792 जिसमें जी/पी+3, एलआइजी के 384 पी+6 व एमआइजी के 336 पी+6 फ्लैट बनने हैं। 113.05 करोड़ की टेंडर लागत व एग्रीमेंट लागत 117.46 करोड़ रुपये तय की गई है। पहले 30 नवंबर 2017 से 18 माह में काम पूरा करना था, बाद में 30 मई 20 को मियाद बढ़ाई गई, समय बढ़ाने के बाद भी काम पूरा नहीं हुआ। आलम यह है कि काम 40 फीसदी भी पूरा नहीं हुआ।