कटनीPublished: Jan 24, 2019 11:51:39 am
mukesh tiwari
छह माह पहले स्वीकृति, चुनाव के पहले टेंडर, अब तक अनुबंध नहीं करा पाया नगर निगम, अफसरों की बेपरवाही का दंश झेल रही शहर की जनता, जगन्नाथ चौक से जुहला बाइपास तक सड़क चौड़ीकरण का मामला
Contractor can not be found in contract
कटनी. जगन्नाथ चौक से गर्ग चौराहा…, दूरी महज डेढ़ किलोमीटर, मार्ग पर शहर के चार व्यस्ततम स्थान, गर्ग चौराहा, घंटाघर, जालपा मढिय़ा क्षेत्र, सुख्खन चौक, इस पूरे मार्ग में दिनभर लगभग ५० हजार लोगों की आवाजाही, हर क्षण जाम के नजारे…। यह स्थिति बनती है शहर के इस मुख्य मार्ग की। जनता को हो रही इस परेशानी से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने वृहद कार्ययोजना तो बनाई लेकिन लगभग एक साल बाद भी काम पर अमल नहीं हो सका। जगन्नाथ चौक से जुहला बाइपास तक अतिक्रमण हटाने सहित सड़क चौड़ीकरण के लिए कार्ययोजना तैयार होने के बाद छह माह पूर्व मुख्यमंत्री अधोसंरचना मद से दस करोड़ से काम की स्वीकृति मिली थी। चुनाव के पहले मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर टेंडर भी हुए। तब से लेकर अभी तक नगर निगम ठेकेदार से अनुबंध भी नहीं कर पाया है। अफसरों की बेपरवाही दंश जनता भोग रही है और वर्तमान में अधिकारी, कर्मचारी काम के नाम पर कागजी घोड़े दौड़ा रहे हैं।
तीन दिन पहले तय हो पाई चौड़ाई
जगन्नाथ चौक से लेकर गर्ग चौराहा तक का मार्ग शहर का संकरा मार्ग है। जहां चौड़ीकरण को लेकर अतिक्रमण भी हटाए जाने हैं। तीन दिन पहले ही कलेक्टर ने बैठक बुलाई थी और उसके बाद लगभग 5 किमी. के मार्ग की चौड़ाई निर्धारित हो पाई है। जिसमें चौक से गर्ग चौराहा तक 12 मीटर और उसके बाद 24 मीटर की सड़क होगी। उसके बाद से अब अतिक्रमण को चिन्हित करने का काम शुरू किया गया है और 25 जनवरी से दावे आपत्ति मंगाई जाएंगी। उसके बाद ही अनुबंध का काम निगम पूरा कर पाएगा। नगर निगम की ओर से हो रही देरी के चलते कलेक्टर ने बैठक में ही राजस्व, नगर निगम व नजूल विभाग की संयुक्त टीम बनाई है और उसे अतिक्रमण चिन्हित करने का काम सौंपा है। जिनके कब्जे टूटेंगे, उनके मुआवजा को लेकर भी कोई योजना तय नहीं हो पाई है। कब्जे हटने के बाद ही चौड़ीकरण का काम प्रारंभ होगा।
खास बातें
– मुख्यमंत्री अधोसंरचना मद से सड़क चौडी़करण का होना है काम
– शहर का महत्वपूर्ण व व्यस्त मार्ग
– शहर के शक्तिपीठ मां जालपा मंदिर जाने के दौरान जाम में फंसते हैं लोग
– एनएच-43 को शहर से जोड़ता है यह मार्ग
– आधा दर्जन निजी अस्पतालों के मरीजों को जाम से होता है गुजरना
– स्कूलों, कॉलेजों के छात्र होते हैं दिनभर परेशान
– योजना में चौड़ीकरण के साथ होना नाले का निर्माण
इनका कहना है…
सड़क चौड़ीकरण कार्य को तेज गति से कराने समय सीमा बैठक में निर्देश दिए गए हैं। कार्य को प्राथमिकता पूरा कराया जाएगा। अतिक्रमण चिन्हित किए जा रहे हैं और पोल व ट्रांसफार्मर शिफ्ंिटग के भी निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।
केवीएस चौधरी, कलेक्टर