22 एकड़ में लगाया कपास
बिचपुरा में खेती का काम देख रहे अनिल पुनिया ने बताया कि पिता रोहतास पुनिया और चाचा राजबीर सिंह सुर्रा के द्वारा कटनी में कपास की खेती शुरू की गई है। इस साल 22 एकड़ में में कपास लगाया है। एक एकड़ में तीन बार जुताई कराकर बीज सहित ढाई हजार रुपये की लागत लगाई गई है। कपास तैयार होने तक एक एकड़ में 15 हजार रुपये की लागत आ रही है। कपास की फसल सात माह में तैयार हो जाती है। सितंबर-अक्टूबर में तुड़ाई शुरू हो जाएगी। जुलाई के प्रथम सप्ताह में यह खेती की है। पिछले साल एक एकड़ में 11 क्विंटल की पैदावार हुई थी। 5 हजार रुपये प्रति क्विंटल बिकवाली होती है। इस लिहाज से लगभग 55 से 60 हजार रुपये का कपास तैयार होता है। एक एकड़ में 40 से 45 हजार रुपये का मुनाफा मिलता है।
– किसान ने बताया कि हरियाणा से ज्यादा कटनी जिले में होगी कपास की पैदावार, हाइब्रिड का लगाया गया है कपास, तीन साल से कर रहे हैं खेती।
– हरियाणा में लगभग 70 एकड़ में करते हैं कपास की खेती, कटनी के कपास को हरियाणा लेजाकर किया है विक्रय।
– कपास की खेती में पानी एकत्रित नहीं होना चाहिए, फसल के पानी जरुरी है, कछार क्षेत्र में बेहतर होती है फसल।
– तीन माह तक 50 लोगों को मिल रहा है तुड़ाई आदि के लिए काम, किसान ने कहा कि जिले के किसानों को खेती के लिए करेंगे प्रेरित।
हाइब्रिड की है किस्म
किसानों के लिये कैशक्रॉप और सफेद सोना मानी जाने वाली कपास की फसल की ओर अब कटनी जिले के किसान रुख करने लगे हैं। हरियाणा के हिसार से आकर बरही के बिचपुरा में बसे किसान राजबीर सिंह ने इस बार अपने 22 एकड़ खेत में कपास की हाईब्रिड किस्म 007 और 3122 की बोनी की है। किसान राजबीर बताते हैं कि उन्होने गतवर्ष भी 2-4 एकड़ क्षेत्र में कपास की बोनी की थी। लेकिन उम्मीदों के अनुसार फसल अच्छी नहीं होने से आमदनी नहीं हो पाई। हिम्मत नहीं हारते हुये इस वर्ष राजबीर ने अपने 22 एकड़ के क्षेत्र में कपास की फसल की बोनी की है। कपास के 1.5 किलो बीज प्रति हैक्टेयर बोये गये हैं और 12 क्विंटल कपास बीज की पैदावार एक एकड़ में आसानी से मिलने की उम्मीद है। कपास की फसल में उनके हरियाणा में कपास की खेती का अनुभव भी काम आ रहा है। साथ ही वे क्षेत्र के कृषि अधिकारी जीएस बघेल से फसल संबंधी तकनीकी मार्गदर्शन लेना नहीं भूलते। इस बार उन्हें भरपूर उम्मीद है कि कपास की फसल अच्छी होगी और खूब मुनाफा देकर जायेगी। कटनी जिले में कपास की खेती की शुरुआत करने वाले राजबीर सिंह से क्षेत्र के किसान भी राय-मशविरा करने आने लगे हैं।
इनका कहना है
बरही क्षेत्र के बिचपुरा में हरियाणा के एक किसान ने कपास की खेती की है। पिछले वर्ष अच्छी पैदावार होने पर रकबा बढ़ाया है। जिले के किसान ज्यादा से ज्यादा खेती करें इसके लिए तैयारी की जा रही है। किसानों को भ्रमण कराकर कपास की खेती के लिए प्रेरित किया जाएगा।
एके राठौर, उप संचालक कृषि।