कटनीPublished: Dec 07, 2019 08:52:05 pm
dharmendra pandey
पुलिस कंट्रोल रूम में जिला अभियोजन कार्यालय द्वारा किया गया कार्यशाला का आयोजन, कोर्ट मोहर्रिरों को दी गई अभियोजन व न्यायिक प्रक्रिया की जानकारी
कार्यशाला में मौजूद एसपी व डीपीओ।
कटनी. जिला अभियोजन कार्यालय द्वारा शनिवार को पुलिस कंट्रोल रूम में कोर्ट मोहर्रिरों को पीडि़त एवं साक्षियों के प्रति संवेदनशीलता और दक्षता संवर्धन को प्रशिक्षण दिया गया। सुबह 11 बजे से शुरू हुआ कार्यक्रम शाम तक चला। जिला अभियोजन अधिकारी हनुमंत किशोर शर्मा ने कार्यशाला में मोहर्रिरों से डेली मेमों की जानकारी नहीं देने का कारण पूछा। इस पर मोहर्रिरों से कहा कि पर्याप्त कागज नहीं मिल पाता है। साथ ही काम भी अधिक रहता है। जिसके चलते देरी होती है। मोहर्रिरों की इस समस्या का समाधान करते हुए डीपीओ शर्मा ने रजिस्टर की व्यवस्था कराने को कहा। उन्होंने कहा कि हर दिन की जानकारी मिल जाएगी तो प्रकरण के बारे में पता चलता चल जाएगा। कोर्ट मोहर्रिर को अभियोजन के नियंत्रण एवं निर्देशन में कार्य करने की हिदायत दी गई। बेहतर काम करने वाले कोर्ट मोहर्रिर को पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार द्वारा सम्मानित किया गया।
साक्षी सहायता केंद्र का बताया महत्व
कार्यशाला के दौरान जिला अभियोजन कार्यालय में बनाए गए साक्षी सहायता केंद्र का महत्व बताया। साक्षियों के सभी समंस पर साक्षी सहायता डेस्क का नंबर अंकित करने के लिए समझाइश दी गई। इसके अलावा फिंगरप्रिंट का महत्व और सही तरीके फिंगरप्रिंट अंकित करने का भी तरीका बताया गया। रक्षित निरीक्षक राघवेन्द्र भार्गव द्वारा कोर्ट मोहर्रिरों के कार्य में आने वाली बाधाओं का समाधान करते हुए उन्हें अभियोजन से उचित मार्गदर्शन लेकर कार्य करने के निर्देश दिए।
कार्यशाला के दौरान ये रहे मौजूद
कार्यशाला के दौरान पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार, सीएसपी एमपी प्रजापति, डीएसी वीएन बसावे, वैज्ञानिक अधिकारी अविनाश सिसोदिया, एडीडीपीओ धर्मेंद्र ङ्क्षसह तारण, एडीपीओ अभिषेक मेहरोत्रा, लोक अभियोजन रजनीश सोनी, नारायण तिवारी, केके तिवारी, मंजुला, एडीपीओ संजय पटेल, मनोज पटेल, धर्मेन्द्र तिवारी, दिनेश कुमरे, ज्योति झारिया, जतिन तिवारी, विनोद सिंह लोधी, नविता पिल्ले, दीप्ति पटेल सहित बड़ी संख्या में लोक अभियोजन अधिकारी व कोर्ट मोहर्रिर मौजूद रहे।