ग्रामीणों का कहना है प्रशासन का पूरा ध्यान शहर पर है। इधर गांव भी अब चिंताजनक स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव का असर जिला अस्पताल में दिख रहा है। यहां गुरूवार को 60 बेड क्षमता के संदिग्ध वार्ड में 150 से ज्यादा मरीज भर्ती रहे। स्थिति यह रही फर्श व गैलरी तक में जगह नहीं रही।
जिला अस्पताल में कोविड-19 के कंफर्म केस 50, सक्पेक्ट 150 और मेडिसिन के लगभग 50 से मरीजों को देखने के लिए महज दो डॉक्टर ही हैं। डॉ. एसपी सोनी और डॉ. अमित प्यासी का कहना है कि बड़ी संख्या में मरीजों को देखना भी चुनौती है।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा बताते हैं कि जिला अस्पताल में जगह की कमीं की समस्या को दूर करने के लिए अब प्रसव वार्ड को छोड़कर शेष सभी वार्ड को कोविड-19 वार्ड में तब्दील किया जाएगा। जिससे मरीजों को और बेहतर इलाज मिल सके।