ये मुद्दे निकलकर आए।
-क्षेत्र में औद्योगिक शिक्षण संस्थान खुले।
-यात्री प्रतीक्षालय व सुलभ कॉम्पलेक्स की सुविधा मिले।
-पर्यटन स्थल की सुविधा हो।
-सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की पूर्ति की जाए व समय पर अतिथि शिक्षकों की भर्ती।
-फसल नुकसानी का किसानों को समय पर मुआवजा दिया जाए।
-मुआवजे की राशि बढ़ाई जाए।
– औद्योगिक क्षेत्र होने के बाद भी क्षेत्र में बेरोजगारी चरम पर है।
-स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाया जाए। डॉक्टरों की भर्ती की जाए।
-किसानों को सिंचाई के लिए कम से कम १५ घंटे की बिजली मिले।
-गर्मी में पानी की सुविधाओं बेहतर हो।
-खेलकूद के क्षेत्र में युवाओं को बेहतर प्लेट फार्म मिले, इसके लिए खेल शिक्षकों व संसाधनों के पर्याप्त इंतजाम किए जाए।
ये रहे मौजूद
बैठक के दौरान कोऑर्डिनेटर मो. माजिद, जागेश्वर मिश्रा, विमल, विवेक तिवारी, पुरुषोत्तम ताम्रकार, विनोद गुप्ता, विवेक सिंह बघेल, विवेक सिंह बघेल, जितेंद्र तिवारी, शिवराम गुप्ता, लोकेश सोनकर, विजय सिंह, बसीर अहमद, अजय बर्मन, मो. जलील, मो. इब्राहीम, अंकुश राय, रावेंद्र कुमार, अटल मिश्रा, पुरषोत्तम ताम्रकार, सुशील गुप्ता, अकित गुप्ता, राजेश पांडे, सत्यम मिश्रा, दिनेश गुप्ता, संतोष गुप्ता, रवि सिंह परिहार, अनिल तिवारी, देवी चरण, संदीप उपाध्याय, कुंवर बहादुर, शिव प्रसाद चौधरी, मुन्ना चौधरी, विजय सिंह, शिवपाल यादव, सुशील बंशकार, राम सहोदर चौधरी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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