लॉकडाउन से पहले खरीदारी के लिए बाजार में उमड़ी भीड़, एहतियात की अनदेखी
कोविड-19 गाइडलाइन की भी अनदेखी हुई। इधर, शाम 6 बजे के बाद ज्यादातर दुकानदार दुकानें बंद कर घर चले गए और स्टेशन चौक पर ही सड़कें सूनी रही। इस दौरान स्टेशन चौक, दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर, सुभाष चौक, कोतवाली तिराहा, गोल बाजार, झंडा बाजार, शेर चौक और आसपास, मालवीय गंज चौक, बरही रोड, गर्ग चौराहा से चांडक चौक और अन्य स्थानों पर भारी भीड़ रही।
लॉकडाउन लागू होते ही सूनी हुई सड़कें
सात दिन का लॉकडाउन 9 अप्रैल की शाम 6 बजे से प्रारंभ हुई तो इससे पहले ही सड़कें सूनी हो गई। ज्यादातर बाजार से दुकानदार दुकानें बंद कर घरों को लौटे। शाम साढ़े 6 बजे तक सड़कों पर गिने चुने लोग ही नजर आए।
पुलिस ने शाम 6 बजे के बाद बंद करवाई दुकानें
लॉकडाउन का समय प्रारंभ होते ही पुलिस ने मोर्चा संभाला। प्रमुख बाजार में कुछेक दुकानदार ऐसे रहे जिन्होंने दुकानें बंद नहीं की थी, उन्हे दुकानें बंद करने कहा गया। एक दुकान में तो पुलिसकर्मी ने ही ताला लगाया।
बस और पुलिस के वाहनों को बनाया अस्थाई जेल
पुलिस द्वारा बसों व पुलिस वाहनों को खड़ा कर ओपन जेल बनाया गया है। जो भी व्यक्ति अत्यंतआवश्यक काम को छोड़कर यदि घर से बाहर घूमता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई कर ओपन जेल भेज दिया गया।
नागरिकों ने सोशल मीडिया में वायरल की भीड़ की तस्वीरें
शुक्रवार को दिनभर में बाजार में भीड़ व जाम के बाद लोगों को आवाजाही में दिक्कत हुई। मालवीय गंज चौक में एक नागरिक ने भीड़ की तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल कर लोगों से गाइडलाइन अपनाने की अपील की।
बरही रोड में 6.40 बजे भी खुली रही दुकान
बरही रोड में एक दुकान शाम 6 बजे के बाद भी खुली रही। इस बीच पुलिस वाहन भी मार्ग से निकली। पुलिसकर्मियों ने दुकान बंद करने की बात कहकर चले गए। नागरिकों ने बताया कि यह दुकान शाम 6.40 बजे के बाद तक खुली रही।
50 से ज्यादा लोग भेजे गए ओपन जेल
शुक्रवार देरशाम तक 50 से ज्यादा लोग ओपन जेल भेजे गए। इनमें ज्यादातर ऐसे लोग शामिल रहे बिना काम के ही शहर में घूमने निकल पड़े थे। ओपन जेल जाने वालों ज्यादा शहर के युवा रहे।