कटनी

इस शहर की गंभीर समस्या: मर्ज के साथ आर्थिक बोझ दे रहा दर्द, स्वास्थ्य विभाग बेफिक्र

जिला अस्पताल में नहीं लगाई जा रही सीटीस्कैन मशीन, आंदोलन, प्रदर्शन, आत्मदाह का प्रयास किए जाने के बाद भी नहीं शुरू हो पाई पहल, सीएस के पत्र के बाद भी नहीं आया कोई जवाब

कटनीOct 23, 2020 / 07:56 pm

balmeek pandey

CT scan not being commissioned in Katni Hospital

कटनी. गंभीर मर्ज का दर्द और आर्थिक बोझ जब एक साथ पड़े तो फिर मरीज व परिजनों की क्या स्थिति होती है वह भुग्तभोगी ही समझता है। मरीजों को नि:शुल्क व सही इलाज हो उसके लिए जिला अस्पताल तो बना है, लेकिन यह अस्पताल सुविधाओं से महरूम है। तीन साल से सीटी स्कैन मशीन लगाए जाने की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों की बेपरवाही और ठेकेदार की मनमानी के चलते अबतक सीटी स्कैन (कॉम्प्यूटेड एक्सिअल टोमोग्राफी) सेंटर स्थापित नहीं हो सका। लगातार जिलेवासी व शहरवासी इसकी मांग उठा रहे हैं। मरीज व उनके परिजन लुटने से बचें, जिला अस्पताल में ही सीटी स्कैन हो इसकी मांग को लेकर कई आंदोलन, प्रदर्शन हो चुके हैं। एनएसयूआइ जिलाध्यक्ष अंशू मिश्रा द्वारा हाल ही में आत्मदाह का प्रयास किया गया, बावजूद इसके अभी तक सीटी स्कैन लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के आलाकमान द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिला अस्पताल स्तर से सिविल सर्जन ने 12 दिन पहले स्वास्थ्य आयुक्त को पत्र लिखकर ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने का प्रस्ताव भेजा है। नए ठेकेदार को काम दिया जाए व मशीन लगे इस दिशा में कोई कवायद नहीं हो रही।

लुटने को मजबूर मरीज व परिजन
जिला अस्पताल में अबतक सीटी स्कैन मशीन न होने के कारण मरीजों व उनके परिजनों को शहर के बाहर प्राइवेट सीटी स्कैन सेंटर से सीटी स्कैन कराना पड़ रहा है। कोरोना वायरस का संक्रमण का पता लगाने, कैंसर का पता लगाने, एक्सीडेंट में चोट देखने, लकवाग्रस्त होने, बेहोशी, सिर में चोट, मस्तिष्क के अंदर खून जमा होने, फेफड़ों व लीवर में समस्या, ट्यूमर, रीढ़ संबंधी समस्या सहित अन्य बीमारियों का पता लगाने के लिए शहर में मरीजों से 5 हजार रुपये 6 हजार रुपये तक लिए जा रहे हैं, जो कि मरीजों के लिए बड़ा आर्थिक बोझ है। इसके बाद भी जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे।

इस पहल के लिए आगे आ रहे समाजसेवी
जिला अस्पताल में शीघ्र सीटी स्कैन मरीज लगे और मरीजों को लाभ मिले इसके लिए समाजसेवी, जनप्रतिनिधि और दवा कारोबारी भी आगे आ रहे हैं। समाजसेवी मोनू जैसवानी ने बताया कि एक प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को भेजा गया है। जबलपुर से सीटी स्कैन का काम देखने वाली कंपनी के कर्मचारी गुरुवार को कटनी पहुंचेंगे। उनसे जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन लगाए जाने चर्चा की जाएगी। रियायत दर पर शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार सीटी स्कैन किया जाएगा, प्रस्ताव में अनुमति के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।

इनका कहना है
स्वास्थ्य आयुक्त को 12 दिन पहले सीटी स्कैन कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए फिर से पत्र लिखा गया है। क्या कार्रवाई हुई है इसकी जानकारी नहीं है। ठेकेदार के स्तर पर भी काम बंद पड़ा है। मशीन लगाने की प्रक्रिया मुख्यालय स्तर से ही होनी है।
डॉ. यशवंत वर्मा, सिविल सर्जन।

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