दीक्षा ठाकुर, रानू ठाकुर और दीपक पटेल के चक्कर में फंस गई। एक दिन लड़की को नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया गया। कार में उसे दमोह में होशा आया। तब लड़की जबलुपर के सैनिक सोसायटी निवासी राज नाम के एक व्यक्ति के वाहन में थी। कटनी की बेटी का राजस्थान के लड़की तस्कर दलाल के माध्यम से झालावाड़ के ग्राम सागौड़ में रणजीत मीणा से दो लाख रूपये में सौदा कर शादी करवा दिया गया।
इधर, बेटी से संपर्क नहीं होने के बाद परिजन परेशान रहे। 9 दिसंबर को कटनी के रंगनाथ थाने में शिकायत दर्ज करवाई कि बेटी कटनी स्थित श्रीराम फायनेंश कंपनी में काम करने घर से निकली थी, लेकिन एक साल से उसका कहीं पता नहीं चल रहा है। रंगनाथ थाने से डायरी बरही पहुंचने पर टीआइ ने उपनिरीक्षक किशोर कुमार द्विवेदी, आरक्षक अवधेश प्रताप सिंह और एक महिला आरक्षक की विशेष टीम बनाई। इस बीच अचानक एक दिन लड़की ने राजस्थान से किसी का फोन जुगाड़कर घर फोन किया।
फोन लोकेशन के आधार पर लड़की को सुरक्षित घर वापसी का प्रयास किया गया। घर लाया गया। प्रभारी पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा ने बताया कि खितौली चौकी अंतर्गत एक गांव से गुमशुदा हुई लड़की को राजस्थान से सुरक्षित घर लाया गया। इस मामले में दीपक पटेल को गिरफ्तार कर रंगनाथ पुलिस के हवाले किया गया है। वहां पूछताछ चल रही है। राजस्थान से लड़की को लाने के दौरान रणजीत मीणा घर से भाग गया था। उसके अलावा राजस्थान के अज्ञात दलाल और दीक्षा व रानू ठाकुर सहित अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।