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दस कम्प्यूटर में उपयोग हो रही थी जिला निर्वाचन अधिकारी आइडी, अब ऐसे पता चलेगा किसने डिलीट किया मेल

गूगल से रिपोर्ट मिलने के 15 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, कलेक्टर की आइडी से निर्वाचन संबंधी जानकारी डिलीट होने का मामला

कटनीDec 14, 2018 / 11:51 am

balmeek pandey

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delete messages from ID of District election officer

कटनी. जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर की डिस्ट्रिक इलेक्शन ऑफीसर (डीइओ) इ-मेल आइडी से छेड़छाड़ कर महत्वपूर्ण मेल डिलीट किये जाने के सनसनीखेज मामले में गूगल से रिपोर्ट मिलने के 15 दिन से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी पुलिस की हाथ खाली है। कलेक्टर की आइडी से 16 से 23 अक्टूबर के बीच में कई महत्वपूर्ण मेल डिलीट हो गए थे। कलेक्टर केवीएस चौधरी को जब इस बात की जानकारी मिली तो पहले तो उन्होंने अपर कलेक्टर आर उमा माहेश्वरी सहित अन्य अधिकारियों वे अधीनस्त स्टॉफ से जानकारी ली। मेल डिलीट होने के स्थाई कारण और डिलीट करने वाले कर्मचारी का पता नहीं लगने के बाद कलेक्टर ने माधवनगर थाने में एफआइआर दर्ज करवाई। पुलिस की जांच में पता चला कि कलेक्टर की आइडी कलेक्ट्रेट में आवक-जावक के अलावा अधिकारियों के मोबाइल, लेपटॉप, डेस्कटॉप सहित अलग-अलग कर्मचारियों के दस कम्प्यूटर में उपयोग हो रहा था। मामले की जांच के लिए साइबर सेल की भी मदद ली गई, लेकिन पुलिस अब तक आरोपी की पहचान नहीं कर पाई है। दस कम्प्यूटर का पता लगाने के लिए पुलिस ने गूगल को पत्र लिखा। गूगल ने रिपोर्ट में 15 दिन पहले उन दस कम्प्यूटर की आइपी एड्रेस दे दी है जिन कम्प्यूटर में डीइओ की आइडी खुली थी। इसके बाद अब पुलिस ने गूगल ने उस कम्प्यूटर की जानकारी मांगी है जिस कम्प्यूटर से मेल डिलीट हुए हैं।

साइबर सेल से नहीं मिली मदद
घटना सामने आने के बाद अधिकारी-कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई थी। इस मामले को लेकर कलेक्टर केवीएस चौधरी के भी तेवर तल्ख हो गए थे। पूछने पर भी न बताने पर कलेक्टर ने माधवनगर थाने में मामले की एफआइआर दर्ज कराई थी। उक्त मामले में साइबर सेल की भी मदद ली गई, लेकिन मामले का खुलासा नहीं हो पाया। हैरानी की बात तो यह रही कि पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले, लेकिन 15 दिन से ज्यादा का स्टोरेज न होने के कारण सीसीटीवी की मदद जांच में नहीं मिल पाई।

टीम कर रही जांच
कलेक्टर की आइडी से मेल डिलीट होने की शिकायत के बाद जांच के लिए डीएसपी मनमोहन सिंह बघेल के नेतृत्व में जांच टीम गठित की है। टीम ने कलेक्ट्रेट जाकर सीसीटी फुटेज खंगाले और कर्मचारी से जानकारी भी ली है। जांच अधिकारी मनमोनह सिंह बघेल ने बताया कि गूगल से चिन्हित आइपी एड्रेस मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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