वैक्सीनेशन बढ़ाने भी कर चुके हैं मांग
लॉकडाउन लगने से व्यापारियों, रोज कमाने-खाने वाले गरीबों को मुश्किलों में डाल दिया गया है। गरीबों के पास रोटी की व्यवस्था नहीं है और अस्पताल में अव्यवस्थाएं हावी हैं। यह आरोप एनएसयूआई के राष्ट्रीय समन्वयक दिव्यांशु मिश्रा ने लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति खराब हो चुकी है। अस्पताल मे बिस्तरों की कमी लगातार बनी हुई है। कोरोना मरीजों को लगने वाले रेमडीशिविर इंजेक्शन की जमकर कालाबाजारी की जा रही है। जिले में निरंतर वैक्सीनेशन की रफ्तार घट रही है। लोग जान बचाने के लिए खुद संघर्ष कर रहे हैं। लॉकडाउन के कारण विकट परिस्थियां उत्पन्न हो रही हैं। स्थितियों को सुधारने की बजाय पूरा प्रशासन लोगों को अपराधियों की तरह खदेडऩे में जुटा है। अस्थाई कोविड वार्ड बनाने के स्थान पर अस्थाई जेल बनाकर लोगों को बंद किया जा रहा है। दिव्यंशू मिश्रा ने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से मांग रखी है कि लॉकडाउन को तत्काल वापस लिया लिया जाए व वैक्सीनेशन बढ़ाया जाए, सुविधाओं में विस्थार किया जाए।