शिकायत में आरोप लगाया है कि यहां दो वर्ष पहले लीज समाप्त हो जाने के बाद भी कीमती पत्थर का अवैध खनन किया जा रहा है। परेवागार बस्ती के आस-पास लगभग सैकड़ों पत्थर खदानें अवैध रूप संचालित होने के बाद प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए उपसरपंच ने बताया कि जिले में बैठे खनिज विभाग के अधिकारी यहां चल रही मनमानी पर आंख मूंदे बैठे हैं। ठेकेदारों द्वारा खदानों में खनन कर निकाले गये कीमती पत्थरों को ट्रक, डंपर, ट्रैक्टर आदि वाहनों में लोड कर बाहर बेचा जा रहा है।