यह होना है निर्माण
जानकारी के अनुसार झिंझरी में 1512 आवासों का निर्माण होना है। यहां पर इडब्ल्यूएस के 792 जिसमें जी/पी+3, एलआइजी के 384 पी+6 व एमआइजी के 336 पी+6 फ्लैट बनने हैं। 113.05 करोड़ की टेंडर लागत व एग्रीमेंट लागत 117.46 करोड़ रुपये तय की गई है। 30 नवंबर 2017 से 18 माह में काम पूरा करना था। 30 मई को मियाद पूरी हो गई है। समय बढ़ाने के बाद भी काम पूरा नहीं हुआ और 4 करोड़ रुपये से ज्यादा का अधिक भुगतान भी हो गया है। काम बंद होने से इडब्ल्यूएस, एलआइजी और एमआइजी की भी बुकिंग नहीं हो पाई। बीआरपी एसोसिएट ठेकेदार बलराम शुक्ला द्वारा लगातार लापरवाही बरती गई, लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। इसका खामियाजा शहर की जनता भुगत रही है। छत पाने की आस में निराशा हाथ लग रही है।
इनका कहना है
इस मामले में ठेकेदार ने भी अपने पक्ष को सुनने के लिए बात रखी है। मामले की जांच चल रही है। पीडीएमसी एजेंसी की रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई होना है। इसके लिए संभागीय अधीक्षण अभियंता के निर्देश पर टीम जांच करेगी।
सत्येंद्र धाकरे, आयुक्त नगर निगम।