-कोविड-19 में उनका कार्य देखते हुए उन्हें प्रभारी बनाया गया है वह भी अस्थाई रूप से। राज्य सरकार को वरिष्ठता सूची भेजी गई है। नियमित रूप से प्रदेश सरकार से ही सिविल सर्जन की नियुक्ति की जाएगी।
शशिभूषण सिंह कलेक्टर।
कटनीPublished: May 30, 2020 11:28:46 pm
dharmendra pandey
-वरिष्ठता सूची के क्रम मेें 8वें नंबर पर आता है डॉक्टर वर्मा का नाम, जिला अस्पताल में सात डॉक्टर उनसे वरिष्ठ, फिर भी नहीं मिला प्रभार
नवागत सिविल सर्जन डॉक्टर वर्मा
कटनी. वरिष्ठता सूची को नजर अंदाज करते हुए कलेक्टर शशिभूषण सिंह ने डॉक्टर यशंवत वर्मा को सिविल सर्जन का प्रभार दे दिया, जबकि वरिष्ठता सूची के क्रम में सात डॉक्टर उनसे सीनियर है। 8वां नंबर उनका आता है। इसके बाद भी नियमों को दरकिनार कर डॉ. वर्मा को जिला अस्पताल का प्रभारी बनाया गया है। बतादें कि जिला अस्पताल में सिविल सर्जन की जिम्मेदारी संभाल रहे डॉक्टर डॉ. सतीश शर्मा शनिवार को सेवानिवृति हो गए। कोरोना काल में जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित होती रहे, इसके लिए कलेक्टर ने डॉ. वर्मा को राज्य सरकार से नियुक्ति होने तक सिविल सर्जन का प्रभार दिया। जो नियम के विपरीत है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि सिविल सर्जन के लिए वरिष्ठता की सूची राज्य सरकार को भेजी गई है। यह वैकल्पिक व्यवस्था के तहत किया गया है।
यह है नियम-
जिला अस्पताल का सबसे वरिष्ठ डॉक्टर ही बन सकता है सिविल सर्जन
जिला अस्पताल के सबसे वरिष्ठ डॉक्टर को ही सिविल सर्जन बनाया जाएगा। इस संबंध में साल 2003 में प्रदेश सरकार के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव रहीं अलका सिहोरी ने नियुक्ति को लेकर एक आदेश भी जारी किया था। जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक का प्रभार जिला अस्पताल में पदस्थ वरिष्ठतम विशेषज्ञ को ही दिया जाएगा। वरिष्ठता क्रम केवल निम्न परिस्थितियों में तोड़ा जा सकता है जिसमें शारीरिक विकलांगता के कारण वरिष्ठतम चिकित्सक उक्त पद पर कार्य करने की स्थिति में न हो। सेवानिवृत्ति में एक या दो माह का समय बचा हो। गंभीर आरोपो पर से डॉक्टर के विरूद्ध विभागीय जांच/आपराधिक प्रकरण प्रचलित हो। ऐसी परिस्थिति में भी प्रभार अगले वरिष्ठतम डॉक्टर को ही दिया जाएगा।
यह है जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टरों की वरिष्ठता सूची-
-डॉ. राजेश कुमार अठ्या, रेडियोलॉजिस्ट।
-डॉ. राज बहादुर सिंह, शल्य क्रिया विशेषज्ञ।
-डॉ. शिव कुमार शुक्ला, निश्चेतना विशेषज्ञ।
-डॉ. मनोरमा गुप्ता, निश्चेतना विशेषज्ञ।
-डॉ. दिनेश कुमार बरोडा, शिशु रोग विशेषज्ञ।
-डॉ. पुरुषोत्तमदास सोनी, अस्थि रोग विशेषज्ञ।
-डॉ. शारदा प्रसाद सोनी, क्षय रोग विशेषज्ञ।
-डॉ. यशवंत वर्मा, प्रभारी नेत्र रोग विशेषज्ञ।
-कोविड-19 में उनका कार्य देखते हुए उन्हें प्रभारी बनाया गया है वह भी अस्थाई रूप से। राज्य सरकार को वरिष्ठता सूची भेजी गई है। नियमित रूप से प्रदेश सरकार से ही सिविल सर्जन की नियुक्ति की जाएगी।
शशिभूषण सिंह कलेक्टर।