ये हाल तब है जब शासन स्तर से घर-घर नलजल योजना के तहत पेयजल उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है। लेकिन मार्च के महीने में ही हालत इतने बिगड़ गए हैं कि लोगो को पानी खरीद कर पीने की नौबत आ गई है। ये मुख्यालय का हाल है तो सहज ही कयास लगाया जा सकता है कि गांवों की क्या स्थिति होगी।
ऐसा नहीं है कि इस जल संकट से प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि वाकिफ नहीं है। सब कुछ जानते हुए भी वो मौन हैं। वो इन इलाकों की तरफ झांकने भी नहीं आ रहे। स्थानीय लोगों का कहना है कि रीठी सिंघैया तालाब स्थित बोरिंग की नल-जल योजना लगभग चार महीने से बंद पड़ी है। इसके कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग दिन-दिन भर हैंडपंपों पर लाइन लगाकर पानी भरने को मजबूर हैं। लेकिन सरपंच, सचिव व मुख्य कार्यपालन अधिकारी को इसका तनिक भी ध्यान नहीं।
क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि रीठी ग्राम पंचायत में दो नलजल योजना से पानी की सप्लाई की जाती है। इसमें से सिंघैया तालाब वाली नल-जल योजना लगभग चार माह से बंद पड़ी है। वहीं बाइपास स्थित टंकी से जुड़ी नल-जल योजना चालू है, पर फिर भी लोगों को पानी नही मिल पा रहा। स्थानीय लोगों का आरोप है कि टंकी वाली नल-जल योजना का पानी ग्राम पंचायत के चहेते लोगो के घरों तक ही पहुंच रहा है, जबकि रीठी नगर के तीन हिस्सों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा है।
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायतो के मुखिया सीईओ प्रदीप सिंह रीठी नगर के अस्पताल कालोनी स्थित बंगले में दो-दो नल-जल योजना की पाइपलाइन गई है। यदि एक खराब हो भी जाय तो साहब को दूसरी पाइपलाइन से पर्याप्त पानी मिल रहा है और अन्य वार्डवासियों को पानी तो दूर पाइपलाइन तक के दर्शन नहीं हो पा रहे है।
रीठी के वार्ड क्रमांक एक, दो, तीन, चार, छः, सात, 12,14, 15, 16 वार्ड के लोग टेंकरो से दो-दो रूपये में एक डिब्बा पानी खरीदने को बाध्य हैं, जबकि रीठी ग्राम पंचायत में तीन-तीन टैंकर भी है। लेकिन सभी किराय पर चल रहे हैं जो ग्राम पंचायत की आय को दोगुनी कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि रीठी का जल संकट हर बार चुनावी मुद्दा बनता है। लोगों को पेयजल पहुंचाने की दावा करके ही यहां चुनाव जीते जाते हैं। लेकिन एक बार चुनाव जीतने के बाद विजयी जनप्रतिनिधि का ध्यान उस ओर से हट जाता है। रीठी में पेयजल संकट को लेकर कई आंदोलन हो चुके हैं। अब ग्रामीणों ने सिघैंया स्थित बंद पड़ी नल-जल योजना को तत्काल चालू कराते हुए रीठी ग्राम पंचायत के हर वार्ड में पानी पहुंचाने की मांग की है।