कटनीPublished: Sep 20, 2019 11:35:16 am
dharmendra pandey
-सुबह चालक-परिचालक ने वाहन मालिक को दी सुरक्षित होने की दी जानकारी, सूचना लगते ही ट्रक मालिक ने उमरिया पुलिस के माध्यम से बरही पुलिस को दी जिंदा होने की जानकारी
पानी में डूबा ट्रक।
कटनी. जिले के खितौली-चंदिया मार्ग पर उमराड़ नदी बुधवार को ऊफान पर आ गई थी। पुल पर पानी भर गया था। चंदिया की तरफ से आ रहा एक ट्रक शाम 6.30 बजे के लगभग डूब गया था। ट्रक के पानी में डूबतेे ही उसमें सवार चालक व परिचालक तैर कर जान बचाई और चंदिया रिश्तेदार के घर जा पहुंचे। इधर, ट्रक के पानी में डूबते ही चालक-परिचालक के बह जाने की सूचना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। जिसकी सूचना प्रशासन को लगी। जानकारी लगते ही एडीशनल एसपी संदीप मिश्रा व होमगार्ड विभाग के कंपनी कमांडर राजेश शर्मा सहित पुलिस व होमगार्ड के जवान मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। रात 8.30 बजे से शुरू हुआ बचाव कार्य बुधवार-गुरुवार रात 3 बचे तक चला लेकिन ट्रक सवार चालक परिचालकों को पता नही चल पाया। गुरुवार सुबह 5 बजे होमगार्ड और पुलिस के जवानों ने फिर से बचाव कार्य जुट गए।
ट्रक के पास जाकर देेखा तो नहीं मिला कोई
बचाव कार्य में जुटे होमगार्ड के जवान पुल पर से पानी कम होने पर ट्रक के पास पहुंचे। इस दौरान उनको चालक की तरफ का गेट खुला मिला। अंदर झाक कर देखा तो कोई नही मिला। फिर से खोजबीन शुरू की। इस दौरान सुबह 7.30 बजे के लगभग उमरिया टीआइ ने खितौली चौकी प्रभारी प्रदीप जाटव को दोनों के जिंदा रहने की सूचना दी। तब जाकर बचाव दल को राहत मिली। होमगार्ड विभाग के निरीक्षक नागरिक सुरक्षा राजेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि ट्रक के पानी में डूबते ही चालक-परिचालक तैर कर रिश्तेदार के घर सुरक्षित पहुंचे गए थे। सुबह दोनों ने वाहन मालिक को फोन पर जिंदा रहने की सूचना दी। तब जाकर बचाव दल ने राहत की सास ली। उल्लेखनीय है कि बुधवार दोपहर से तेज बारिश शुरू हुई हो गई थी। उमराड़ नदी ऊफान पर आ गई थी। नदी पर बने पुल के ऊपर से पानी बह रहा था। इस दौरान चंदिया की तरफ से आ रहा एक ट्रक डूब गया था।
सात घंटे तक बंद रहा रास्ता
उमराड़ नदी पुल डूब जाने की वजह से शाम 6 बजे से खितौली-चंदिया मार्ग बंद हो गया था। यह लगभग सात घंटे तक बंद रहा। रात 1 बजे के बाद जब पुल पर से पानी कम हुआ तब जाकर इक्का-दुक्का वाहनों का निकलना शुरू हुआ। सुबह 5 बजे के बाद से पूरी तरह से आवागमन सुचारू रूप से शुरू हुआ। होमगार्ड विभाग के अधिकारियों की मानें तो नदी में बाढ़ आ जाने के बाद भी उमरिया जिला प्रशासन द्वारा वाहनों के प्रवेश पर रोक नही लगाई थी। जिसकी वजह से ऐसा हादसा हो गया था।