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यात्री ट्रेन को रुकवाकर मालगाड़ी में बैठकर इस अफसर ने किया सफर, ट्रैक पर लगाई 5 किलोमीटर की दौड़, खास है वजह

locationकटनीPublished: Dec 21, 2018 11:43:22 am

Submitted by:

balmeek pandey

प्वाइंट्स मैन बने डीआरएम, पैदल चलकर देखी ट्रैक की गुणवत्ता, मालगाड़ी में बैठकर विजयसोता स्टेशन से कटनी तक किया ट्रैक का निरीक्षण, समस्या जानकर दूर करने दिए निर्देश, निरीक्षण के बाद काशी एक्सप्रेस से जबलपुर रवाना

DRM did inspection of railway systems with goods train

DRM did inspection of railway systems with goods train

कटनी. पश्चिम मध्य रेलवे डिवीजन के डीआरएम डॉ. मनोज सिंह द्वारा किए गए निरीक्षण में कुछ अलग ही अंदाज में दिखे। एक बार साथ में चल रहे अधिकारी भी सोचने पर विवश हो गए कि कोई डीआरएम ऐसा भी निरीक्षण कर सकता है। जोन में ट्रेनें निर्बाध रूप से सही रफ्तार और बगैर खतरे के चल सकें उसके लिए वे स्वयं एक प्वाइंट्समैन की तरह भूमिका निभाई। 4-5 किलोमीटर पैदल चलकर ट्रैक की गुणवत्ता को देखा और फिर यात्री गाड़ी से उतरकर मालगाड़ी के इंजिन में बैठे। सिंगरौली-कटनी लाइन का बारीकी से निरीक्षण किया। समस्याओं को जाना और उनके सुधार के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। जानकारी के अनुसार सिंगरौली से लेकर एनकेजे खंड तक चल रहे साइडिंग के कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान काम की गति, गुणवत्ता को देखते हुए आने वाली समस्याओं को जाना और उन्हें दूर करने के दिशा-निर्देश दिए। डीआरएम डॉ. मनोज सिंह शक्तिपुंज एक्सप्रेस से स्पेशन शैलून से चौपन पहुंचे यहां पर चौपन जोन के डीआरएम के साथ एक बैठक की और रेल यातायात में होने वाली समस्याओं और उनके निराकरण को लेकर चर्चा की। इसके बाद स्टेशनों व साइडिंग का निरीक्षण किया। सिंगरौली स्टेशन से डीआरएम ने निरीक्षण शुरू किया और कटनी की ओर बढ़ते गए। हरेक स्टेशन और कटनी-सिंगरौली लाइन में चल रहे थर्ड लाइन बिस्तार के कार्य का जायजा लिया।

यात्री गाड़ी से उतरकर बैठे मालगाड़ी में
रेल अधिकारियों ने बताया कि डीआरएम चौपन में मीटिंग करने के बाद एक यात्री गाड़ी से अधिकारियों के साथ ब्यौहारी तक पहुंचे। यहां पर ट्रेन से उतरकर एक गुड्स ट्रेन में बैठकर कटनी की ओर बढ़ गए। डीआरएम ने छतहनी और विजयसोता के बीच 3-4 किलोमीटर पैदल चलकर ट्रैक को बारीकी से देखा। इस दौरान उन्होंने ट्रैक में गैप, पत्थर के टुकड़े, मात्रा व स्टैंडर्ड, बैल्डिंग ठीक से है कि नहीं आदि की जांच की। पेट्रोलिंग मैन की तरह ट्रैक की हर बारीकी को परखा। डीआरएम ने विजयसोता, छतहनी, दमोह, महरोई, खन्ना बंजारी, पिपरिया, सल्हना, लखाखेरा, कटंगीखुर्द, एनकेजे तक के ट्रैक और चल रहे थर्ड लाइन के काम को देखा।

जाना क्यों आ रही समस्या
एरिया मैनेजर नीरीश राजपूत ने बताया कि सर्दियों में ट्रेनों के पॉवर प्रेशर ठीक से नहीं बनता। इसलिए पॉवर का एयर फ्लो धीमा होने से ब्रेक लगने या छोडऩे में समस्या होने लगती है। इस समस्या से कैसे निपटा जाए इसको जानने के लिए वे गुड्स ट्रेन के इंजिन में बैठकर जांच की। रात में 11 बजे कटनी पहुंचे और यहां से ट्रेन क्रमांक 15018 काशी एक्सप्रेस से जबलपुर के लिए रवाना हो गए। इस दौरान सीनियर डीओएम विश्वरंजन, सीनियर डीसीएम आनंद कुमार, एरिया मैनेजर नीरीश राजपूत सहित स्टेशन में स्टेशन मास्टर संजय दुबे सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

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