सुसाइड नोट में लिखा बच्चों को कष्ट न देना..
गल्ला व्यापारी चंद्रशेखर गर्ग ने खुदकुशी करने से पहले दो पेज का सुसाइड नोट लिखा जो मौके से पुलिस को मिला है। सुसाइड नोट में चंद्रशेखर ने कर्ज से परेशान होने की बात लिखी है और ये भी लिखा है कि उनकी मौत के बाद बच्चों की कष्ट न देना और न पाल सको तो खजरी भेज देना। सुसाइड नोट में चंद्रशेखर ने उस कर्ज का जिक्र भी किया है जो उसने दूसरे व्यापारियों से लिया था, बकायदा हर व्यापारी का नाम और उसे दिए जाने वाले पैसे का जिक्र चंद्रशेखर ने सुसाइड नोट में किया है।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
चंद्रशेखर को परिजन गंभीर हालत में मंगलवार की रात एक बजे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे जहां उसकी मौत हो गई। चंद्रशेखर की मौत के बाद परिजन ने पुलिस पर भी कार्रवाई न करने का गंभीर आरोप लगाया है। परिजन का कहना है कि लॉकडाउन के चलते चंद्रशेखर का गल्ला व्यापार ठप्प हो गया था और बड़े व्यापारियों से लिया उधार का पैसा नहीं चुका पा रहा था। पैसों के लिए बड़े व्यापारी लगातार चंद्रशेखर पर दबाव बना रहे थे। परिजन ने कहा कि स्लीमनाबाद पुलिस ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।
पुलिस ने कही उचित कार्रवाई की बात
स्लीमनाबाद के थाना प्रभारी सीके तिवारी ने बताया कि युवक को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल ले जाया गया और वहीं मौत हो गई। अभी डायरी थाना नहीं पहुंची है। डायरी पहुंचते ही इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।