सिंचाई के क्षेत्र में किए उल्लेखनीय कार्य
साल 2003 में भारतीय जनता पार्टी से विधायक रहे धु्रव प्रताप सिंह का मानना है कि उन्होंने विधायक रहते हुए क्षेत्र के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। उनका कहना है कि विधायक रहते हुए क्षेत्र के किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी मिले। किसानों के खेतों तक पानी पहुंचे, इसके लिए रीवा-सतना जा रहे बरगी डेम के पानी को विजयराघवगढ़ तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। गर्मी के दिनों में क्षेत्र में पानी की विकराल समस्या खड़ी हो जाती है। इस समस्या से भी निजात दिलाने के लिए कार्ययोजना बनाकर शासन से मंजूरी दिलाई। कई योजनाओं पर कार्य भी शुरू हो गया।
कांग्रेस से संभावित दावेदार पद्मा शुक्ला का मानना है कि विजयराघवगढ़ क्षेत्र में विकास हुआ ही नहीं है। क्षेत्र में बेरोजगारी चरम पर है। औद्योगिक नगरी से विख्यात होने के बाद भी क्षेत्र के पढ़े लिखे युवाओं को रोजगार नही मिला है। शिक्षा व स्वास्थ्य की दिशा में क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है। पेयजल की समस्या भी क्षेत्र में विकराल समस्या है। किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है। क्षेत्रवासियों की प्रमुख मांगों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
कांग्रेस से संभावित उम्मीदार नीरज सिंह ने कहा कि विजयराघवगढ़ में सिंचाई, भ्रष्ट्राचार, बरोजगारी व शिक्षा सबसे बड़ा यहां के लोगों का मुद्दा है। अब तक किसानों के खेतों तक नहर नहीं पहुंची। भ्रष्ट्राचार भी चरम पर है। कोई भी कार्य बिना पैसे के नही होता है। क्षेत्र में तीन साल से कॉलेज बना है पर अब तक सड़क नहीं बनी है। उद्योग के लिए जमीन अधिग्रहण के बाद भी प्लांट नही लगे। क्षेत्र के पढ़े लिखे युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।
चरम पर है अवैध उत्खनन
पत्रिका के चेंजमेकर अभियान से पे्ररित होकर चेंजमेकर बने व आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी रमाकांत पटेल का मानना है कि विजयराघवगढ़ विधानसभा विकास के मामले में काफी पिछड़ा हुआ है। नदियों से रेत का अवैध उत्खनन, शराब बिक्री, बेरोजगारी व शिक्षा यहां के लोगों का प्रमुख मुद्दा है।
बढ़ाई जाए मुआवजे की राशि
पत्रिका के चेंजमेकर मोहम्मद माजिद ने बताया कि किसानों को मिलने वाले मुआवजे की राशि बढ़ाई जाए। सरकारी स्कूलों की हालत बहुत दयनीय है। शिक्षकों की कमीं बनी हुई। सरकारी अस्पताल भी दुर्दशा का शिकार हो रहे है। यहां के लोगों की प्रमुख मांगों को भरसक पूरा करने का प्रयास किया जाए।