बतादें कि 20 अगस्त से एक माह के लिए हड़ताल की घोषणा यूनियन नेताओं ने पहले ही की थी। इस संबंध में कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों को सूचना दी गई थी। मंगलवार को कर्मचारियों के हड़ताल के मद्देनजर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री गेट और परिसर पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया, बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई।
ऑडिनेंस फैक्ट्री कर्मचारियों के हड़ताल में पहले दिन कांग्रेस पार्टी के शहर अध्यक्ष मिथिलेश जैन शामिल हुए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कर्मचारियों के साथ है। केंद्र सरकार की नीतियों के कारण ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियां बंद होने की कगार पर पहुंच गई है।
यूनियन नेता महेंद्र तिवारी ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के सभी कर्मचारी इस स्थिति में इसलिए पहुंचे हैं कि सरकार को बता सकें कि आपकी नीति सही नहीं है। आजादी के बाद जितने भी युद्ध हुए उसमें फैक्ट्री के कर्मचारियों ने जी तोड़ मेहनत की। ऐसे में सरकार का ये कहना कि कर्मचारी निकम्मा है, सही नहीं है।
यूनियन नेता मनोज निगम ने बताया कि देशभर में 41 ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के कर्मचारी हड़ताल पर हैं। सरकार मांग नहीं मानती है तो आगे उग्र आंदोलन होगा। अभी कर्मचारी काम पर नहीं जा रहे हैं। सरकार ने एक भी नई निर्माणी खोली नहीं है। दूसरी ओर पूर्व से संचालित निर्माणी में निगमीकरण और फिर निजीकरण की तैयारी की है।
वहीं यूनियन नेता अजय परौहा ने बताया कि आयुध निर्माणियों का इतिहास 218 वर्षों का है। हमारी निर्माणी ने कारगिल युद्ध में अहं भूमिका निभाई। सरकार कह रही है कि आयुध निर्माणी कुछ नया नहीं कर रही है। जबकि यह काम डीआरडीओ का है। जिसे सेना अप्रुव करती है। सरकार द्वारा निजीकरण को बढ़ावा देने और 60 हजार एकड़ जमीन पर कब्जा का हम विरोध करते हैं।