इसी बात को ध्यान में रखते हुए 6 माह पहले निर्माण प्रारंभ होने पर तत्कॉलीन न्यायाधीश प्रथम श्रेणी आरपी सेवतिया ने यह कहकर प्रवेश द्वार निर्माण पर रोक लगवा दी थी कि निर्माण न्यायालय की बाउंड्री पर हो रहा है। मुख्य मार्ग पर निर्माण उचित होगा। इधर, निर्माण एजेंसी नगर परिषद बरही ने न्यायाधीश के निर्देश पर ध्यान नहीं दिया और एक सप्ताह पहले उनका स्थानांतरण होते ही दोबारा उसी स्थान पर निर्माण शुरू कर दिया गया।
इस बात की जानकारी जिला न्यायाधीश श्यामाचरण उपाध्याय तक पहुंची और वे कटनी से बरही पहुंचे। तहसीलदार एसएन त्रिपाठी और थाना प्रभारी संदीप अयाची सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी पर जरुरी निर्देश दिए।
अधिवक्ताओं ने विरोध किया तो मजदूरों से दर्ज करवाई थाने में शिकायत
बनगवां ग्राम पंचायत की सीमा में बरही नगर परिषद द्वारा निर्माण करवाए जा रहे प्रवेशद्वार निर्माण का जुनून ऐसा कि चार दिन पहले न्यायालय के अधिवक्ताओं ने निर्माण का विरोध किया तो मजदूरों से उल्टे अधिवक्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी। बाद में अधिवक्ता ग्रुप बनाकर थाने पहुंचे और मामला शांत हुआ।
न्यायाधीश मौके पर पहुंचे तो नदारत रहे बरही सीएमओ
लगातार रोक के बाद भी न्यायालय की बाउंड्री के समीप प्रवेश द्वार का निर्माण जारी रहने पर गुरुवार को जिला न्यायाधीश श्यामाचरण उपाध्याय बरही पहुंचे। खासबात यह है कि इस दौरान राजस्व व पुलिस के अधिकारी तो मौजूद रहे, लेकिन नगर परिषद के सीएमओ अभयराज सिंह नदारत रहे।
इस संबंध में नगर परिषद बरही के सीएमओ अभयराज सिंह बताते हैं कि प्रवेश द्वार निर्माण को लेकर कहा गया है कि मुख्य मार्ग पर निर्माण करवाना ज्यादा उचित होगा। आगे इसी निर्देश पर अमल करते हुए काम होगा। निर्माण विधायक निधि से हो रहा है। बरही नगर परिषद द्वारा निर्माण करवाया जा रहा है। निर्माण ग्राम पंचायत की सीमा में हो रहा है।