तीन दिन से तेज धूप और गर्मी का असर जिले में चल रहे मनरेगा योजना के काम पर भी पड़ा है। मजदूरों की संख्या 59 हजार से घटकर 56 हजार तक रह गया। मजबूरी में काम करने श्रमिकों का कहना है कि उनकी परेशानी से वातानुकूलित कक्ष में बैठे अफसर अंजान हैं। पहले मई माह तक मनरेगा योजना में सुबह और शाम काम करवाने संबंधी निर्देश आ जाते थे। इस बार नहीं आया। सीइओ जिला पंचायत जगदीश चंद्र गोमे बताते हैं कि कोरोना संक्रमण के बीच कोशिश रहती है कि काम के दौरान मजदूरों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो।