scriptपहले दिन पांच किसानों को भेजा मैसेज, एक भी नहीं आए उपज बेचने, यह रही वजह | Farmers did not reach to sell paddy on first day | Patrika News

पहले दिन पांच किसानों को भेजा मैसेज, एक भी नहीं आए उपज बेचने, यह रही वजह

locationकटनीPublished: Nov 17, 2020 09:30:26 am

Submitted by:

balmeek pandey

16 नवंबर से जिले में शुरू हो गई है समर्थन मूल्य पर धान खरीदी

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Mukhymantri Kisan Sahay Yojana

कटनी. जिले में सोमवार से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हो गई है। पहले दिन पांच किसानों को उपज बेचने के लिए मैसेज किया गया, लेकिन एक भी केंद्र में किसान उपज बेचने त्योहार के कारण नहीं पहुंचा। बता दें कि खमतरा-कटरिया, सिलौड़ी के एक-एक, देवरीमंगेला के दो किसानों को मैसेज भेजा गया था। बता दें कि इस साल 1,94,000 हेक्टेयर रकबे में धान की फसल थी। पंजीकृत रकबा 101426 है। पंजीयन केंद्र 102 बने हैं। कृषकों की संख्या 49 हजार 937 है, जबकि पिछले वर्ष 33 हजार 916 किसानों ने ही 2,58,382
मेट्रिक टन धान बेची थी और इस वर्ष 3 लाख 63 हजार मेट्रिक टन खरीदी अनुमानित है। 1868 रुपये समर्थन मूल्य के मान से खरीदी हो रही है। बता दें कि इस साल 5 महिला स्वसहायता समूह खरीदी कर रहे हैं। इसमं लक्ष्मी बाई ग्राम संगठन कारीपाथर, हिन्दुस्तानी ग्राम संगठन स्लीमनाबाद, पूनम स्वसहायता समूह देवरी मझगवां विगढ़, गंगा स्वसहायता समूह चाका, मॉ स्व सहायता समूह कैलवाराखुर्द शामिल है। केंद्र मं माइश्चर मीटर, कम्प्यूटर, प्रिंटर, इलेक्ट्रॉनिक तौलकांटा, सिलाई मशीन, पंखा, ब्लोवर, तिरपाल, अग्निशमनयंत्र आदि की व्यवस्था करने कहा गया है। अभी भी 4 हजार 439 बारदानों की कमी बनी हुई है। नई कस्टम मिलिंग नीति के अनुसार उपार्जन के दौरान ही 30 धान उपार्जन केंद्रों से सीधे राइस मिलर्स को प्रदाय की जाएगी।

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