scriptयहां किसानों ने तैयार किये ऐसे पौधे जिससे खत्म हो जायेगा कुपोषण और होगी लाखों की आमदनी | Farmers of Katni district have unique farming Munga | Patrika News

यहां किसानों ने तैयार किये ऐसे पौधे जिससे खत्म हो जायेगा कुपोषण और होगी लाखों की आमदनी

locationकटनीPublished: Jan 21, 2019 11:47:25 am

Submitted by:

balmeek pandey

जिले में पहली बार अनूठी पहल, 18 किसानों ने की मुनगे की खेती, मुनगे की पत्ती से कमायेंगे मुनाफा

Farmers of Katni district have unique farming Munga

Farmers of Katni district have unique farming Munga

कटनी. भारत कृषि प्रधान देश है और आज भी देश में किसानों की महत्ता से इन्कार नहीं किया जा सकता। देश को उन्नति के शिखर पर ले जाने के लिए कृषि पर ध्यान देने पर अवाज उठने लगी है। देश और प्रदेश सहित जिले में कुपोषण की भयावहता न सिर्फ डॉक्टरों बल्कि सरकार के लिए भी चिंता का विषय बनी हुई है। कुपोषण से मुक्ति पाने तमाम प्रयास हो रहे हैं, लेकिन कारगर कदम सामने नहीं आ रहे। कुपोषण को जड़ से खत्म करने याने की बच्चों को सुपोषित करने में सबसे अधिक भूमिका निभाने वाले ‘मुनगेÓ की खेती की ओर जिले के किसानों ने सार्थक कदम बढ़ाये हैं। इससे न सिर्फ किसानों की आमदनी में इजाफा होगा बल्कि जिले और जिले से बाहर प्रदेश के अन्य हिस्सों में मुनगे की सूखी पत्ती की सप्लाई व मुनगे से पौष्टिकता का संचार होगा और कुपोषण खत्म होगा। उद्यानिकी के माध्यम से जिले के 18 किसानों ने अनूठी पहल की है। किसानों ने उद्यानिकी विभाग के सहयोग और उद्यानिकी एक्सपर्ट के मार्गदर्शन में जिले में लगभग 20 एकड़ से अधिक रकबे में मुनगे की खेती हुई है। कई किसानों के यहां पर लगभग मुनगे की पत्ती की पैदावार मार्च माह से शुरू होने वाली है। किसान इस पत्ती को सुखाएंगे। पत्ती के सूखते ही वे कान्टेक्ट के अनुसार कंपनी को सूचना देंगे और कंपनी किसानों को वजन के अनुसार रुपये देकर पत्ती की खरीददारी कर लेगी। किसान को न सिर्फ पत्ती बल्कि फूल, फल से भी लाभ कमा सकेंगे। विशेष बात यह है कि इसके लिए पांच साल तक किसानों को लागत नहीं लगेगी। इसमें समय-समय पर पानी और जैविक खाद देनी होगी और बस मुनाफा कमाते रहेंगे।

इन किसानों ने की खेती
जिले में चार किसानों ने मुनगे की खेती में हाथ आजमाया है। इन किसानों का उद्देश्य सिर्फ मुनाफा नहीं बल्कि बच्चों में कुपोषण जड़ से मिटे इस दिशा में पहल करना है। जिलेभर में वर्तमान में 18 किसानों ने यह खेती की है। जिले के गोपाल कुशवाहा ढुडऱी ब्लॉक रीठी एक एकड़ में मुनगे का प्लांटेशन किया है। इसी प्रकार रवि कश्तवार खिरहनी बहोरीबंद 7 एकड़ में, मनोज कश्तवार खिरहनी बहोरीबंद ब्लॉक 4 एकड़ में, रामसुजान कुशवाहा ढुडऱी रीठी 3 एकड़ में ड्रिप मल्पिंग के साथ मुनगे की फसल को लगाया है।

80 हजार रुपये प्रति एकड़ मुनाफा
उद्यानिकी अधिकारी व किसानों के अनुसार मुनगे की खेती से उन्हें खासा मुनाफा होगा। सामान्य तरीके से मुनगे के प्लांटेशन में 40 हजार रुपए प्रति एकड़ का खर्च आया है। ड्रिप और मल्चिंग के साथ 80 हजार रुपये का खर्च बैठा है। यह प्लांटेशन पांच माह में तैयार हो जाएगा। किसानों ने अक्टूबर और नवंबर माह में मुनगे का प्लांटेशन किया है। उत्पादन पांच माह बाद मार्च माह से शुरू हो जायेगा। खास बात तो यह है कि पांच साल तक उत्पादन होगा। कंपनी 80 रुपये प्रति किलोग्राम सूखी पत्ती किसानों खरीदेगी। एक साल में एक एकड़ में 80 से 90 हजार हजार रुपये का फायदा होगा।

इनका कहना है
जिले के 18 किसानों ने मुनगे की खेती की है। मार्च माह से पत्ती का उत्पादन शुरू हो जाएगा। कान्टेक्ट के अनुसार कंपनी सीधे किसानों से उत्पाद क्रय करेगी। इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी और पौष्टिकता के लिए यह खेती रामबाण साबित होगी।
वीरेंद्र सिंह, उपसंचालक उद्यानिकी।

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