इन किसानों ने की खेती
जिले में चार किसानों ने मुनगे की खेती में हाथ आजमाया है। इन किसानों का उद्देश्य सिर्फ मुनाफा नहीं बल्कि बच्चों में कुपोषण जड़ से मिटे इस दिशा में पहल करना है। जिलेभर में वर्तमान में 18 किसानों ने यह खेती की है। जिले के गोपाल कुशवाहा ढुडऱी ब्लॉक रीठी एक एकड़ में मुनगे का प्लांटेशन किया है। इसी प्रकार रवि कश्तवार खिरहनी बहोरीबंद 7 एकड़ में, मनोज कश्तवार खिरहनी बहोरीबंद ब्लॉक 4 एकड़ में, रामसुजान कुशवाहा ढुडऱी रीठी 3 एकड़ में ड्रिप मल्पिंग के साथ मुनगे की फसल को लगाया है।
80 हजार रुपये प्रति एकड़ मुनाफा
उद्यानिकी अधिकारी व किसानों के अनुसार मुनगे की खेती से उन्हें खासा मुनाफा होगा। सामान्य तरीके से मुनगे के प्लांटेशन में 40 हजार रुपए प्रति एकड़ का खर्च आया है। ड्रिप और मल्चिंग के साथ 80 हजार रुपये का खर्च बैठा है। यह प्लांटेशन पांच माह में तैयार हो जाएगा। किसानों ने अक्टूबर और नवंबर माह में मुनगे का प्लांटेशन किया है। उत्पादन पांच माह बाद मार्च माह से शुरू हो जायेगा। खास बात तो यह है कि पांच साल तक उत्पादन होगा। कंपनी 80 रुपये प्रति किलोग्राम सूखी पत्ती किसानों खरीदेगी। एक साल में एक एकड़ में 80 से 90 हजार हजार रुपये का फायदा होगा।
इनका कहना है
जिले के 18 किसानों ने मुनगे की खेती की है। मार्च माह से पत्ती का उत्पादन शुरू हो जाएगा। कान्टेक्ट के अनुसार कंपनी सीधे किसानों से उत्पाद क्रय करेगी। इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी और पौष्टिकता के लिए यह खेती रामबाण साबित होगी।
वीरेंद्र सिंह, उपसंचालक उद्यानिकी।