किसान धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि फाइनेंस के बाद बराबर किस्तें जा रही है। स्टांप और कागज रखकर किसानों से जबरिया वसूली की जा रही है। शंकर धमेचा ने तीन करोड़ रुपए की अवैध वसूली की है और साढ़े 7 करोड़ रुपए का हिसाब है। चक्रवृद्धि की दोगुनी ब्याज वसूलता है। बोलता है 3 करोड़ की लाइसेंस है। 5 से 6 लड़का लगाकर रखा है, किसानों को परेशान करता है। एक साल से बराबर शिकायत कर रहे हैं।
किसान वेद प्रकाश ने बताया कि किसानों को परेशान करने के लिए चेक लगा देता है। बाउंस हुआ तो कोर्ट में लगा देता है। गुर्गें लगाकर किसानों को परेशान करता है। किसानों को सीधे कहता है कि कलेक्टर-एसपी कुछ नहीं कर लेंगे। सोमवार को एसपी से शिकायत में रिकॉर्डिंग भी सुनाई है।
शिकायत में किसान संतोष कुमार, दशरथ प्रसाद, राजेश, लालजी, मोहन लाल, अनिल कुमार, छत्रपाल सिंह, वेदप्रकाश, रमेश कुमार चौधरी, भगवान दास सहित अन्य किसानों ने सोमवार को एसपी मयंक अवस्थी को दिए आवेदन आरोप लगाया कि शंकर धमेचा पिता नारायणदास धमेचा निवासी बांबे होटल के पीछे माधवनगर ने किसानों को बड़े सपने दिखाकर, लालच देकर ट्रैक्टर फाइनेंस करता है। बैंक में स्वयं जाकर खाता भी खुलवाता है। बैंक में खाता खुलने के बाद किसानों से एडवांस में चेक में हस्ताक्षर करवाकर फाइनेंस के नाम पर रख लेता है। कुछ कोरे कागज और स्टांप पेपर में भी हस्ताक्षर करवाकर रखता है। पुलिस अगर छापा मारती है तो हजारों की संख्या में कोरे चेक मिलेंगे। इस बीच फाइनेंस वसूली के नाम पर किसानों को जबरिया परेशान किया जाता है। परेशान किसान पैसे नहीं दे पाए तो जेल भेजने की धमकी देता है। वसूली के लिए तीन लड़कियों को भी साथ रखा है, अन्य युवक भी हैं जो किसानों के घर पहुंंचकर उन्हे प्रताडि़त करते हैं।
इस पूरे मामले पर एसपी मयंक अवस्थी बताते हैं कि किसान बड़ी संख्या में कार्यालय पहुंचे थे। समस्या बताई है। एक व्यक्ति पर आरोप लगाया है कि ट्रैक्टर देने के नाम पर चेक रखवा लिए हैं। रिकॉर्डिंग भी सुनाई है। धमकी और गाली गलौच सुनने में आपत्तिजनक प्रतीत होता है। पूरे मामले की जांच के निर्देश दे दिए हैं। आगे की कार्रवाई की जा रही है।