मिलता है खूबसूरत लुक
सिटी वीमेंस का मानना है कि ड्रेपेड डे्रस को विशेष तौर पर जॉर्जेट, सिल्क और रेयॉन के कपड़े में तैयार किया जा रहा है। चूंकि इस पैटर्न में ड्रेस में कई सारी चुन्नट दी जाती हैं, जो कॉटन या हैवी कपड़े में नहीं बनती। ड्रेस डिजाइनर बताती हैं कि इसलिए नरम खासियत वाले कपड़े से ये ड्रेस तैयार होती हैं। ताकि आसानी से ड्रेस में 5 से 10 चुन्नटे डाली जा सकें। मिक्स एंड मैच के अलावा कंट्रास्ट रंगों और सिंगल ओवरआल रंग में भी ये ड्रेस तैयार हो रहे हैं। ड्रेप्स पर कढ़ाई और ज्वैलरी का काम कर उसे और आकर्षक बनाते हैं। जिसे पहनते ही खूबसूरत लुक मिलता है।
मिलता है मार्डन लुक भी
ड्रेस डिजाइनर ज्योति नावानी के अनुसार जिन महिलाओं-युवतियों का वेट ज्यादा है, उनके लिए ये बेहद आरामदायक है। वे इसे पहनकर बेहद खुश हैं। इसका मुख्य कारण ये है कि इस ड्रेस में मोटापा नजर नहीं आता है। इसके साथ ही माडर्न लुक मिलता है। फैशन डिजाइनर कहती हैं कि ड्रेपेड ड्रेस के साथ गहने पहनने का झंझट नहीं होती। लांग ड्रेस होने, बंद गला और पूरी बाहें ढकने के कारण इन कपड़ों में गहने पहनना जरूरी नहीं है। इन कपड़ों पर ही युवतियां परमानेंट ज्वैलरी टच कर लेती हैं, जो ड्रेस को हैवी लुक देते हैं। ड्रेस के साथ नेकलेस, कंगन, ब्रेसलेट पहनना जरूरी नहीं रहता। इसे पहनकर बेहद आरामदायक और फ्री फील होता है।