टोल प्लाजा पर हुआ वाद-विवाद, लगी लंबी कतार
80 प्रतिशत वाहन फास्टैग से निकले, 90 वाहनों ने टोल प्लाजा में बनवाया फास्टैग

कटनी। देशभर में टोल प्लाजा में फास्टैग के साथ शुल्क चुकाकर नाका पार करने के लिए 15-16 फरवरी की रात से लागू नई व्यवस्था के बाद कटनी जिला मुख्यालय के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 पर स्थित टोल प्लाजा में पहला दिन नोंक-झोंक और वाद-विवाद के बीच लगभग सामान्य रहा। यहां 90 से ज्यादा वाहन चालक व मालिकों ने नाके पर ही फास्टैग का पंजीयन करवाया और जरूरी प्रक्रिया अपनाई। मंगलवार को पूरे दिन लगभग 80 प्रतिशत वाहन ऐसे मिले जो पहले से फास्टैग से लैस थे और बिना रुके ही टोल प्लाजा से निकले। वहीं कई वाहन चालक ऐसे भी रहे जो बिना फास्टैग के डबल चार्ज देकर टोल प्लाजा से आगे बढ़े।
फास्टैग के बाद रुके वाहन
मझगवां टोल प्लाजा में कई बार ऐसी स्थितियां भी निर्मित हुई कि वाहनों में फास्टैग होने के बाद भी रूकना पड़ा। हालांकि एनएचएआइ के अधिकारी इसके लिए कह रहे हैं कि पहले दिन कई वाहन बिना फास्टैग ही कतार में आगे बढ़ गए और इस कारण रूकना पड़ा। कई वाहनों को पीछे कर ही दूसरे लाइन से आगे बढ़ाया गया।
वाहन चालकों को कह रहे हैं कि फास्टैग सुविधा का उपयोग अवश्य करें। टोल प्लाजा में सात दिनों तक लोगों को समझाइश देने जैसी स्थितियां निर्मित हो सकती हैं। हम वाहन चालकों को बता रहे हैं कि फास्टैग अवश्य लगाएं। इसके लिए सभी टोल प्लाजा में जरूरी प्रक्रिया अपनाने की सुविधा है।
सोमेश बाझल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचएआइ कटनी
अब पाइए अपने शहर ( Katni News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज