छह बेटियों के साथ मायके में रहने को विवश महिला, नहीं हो रही कार्रवाई
कटनी•Jan 23, 2021 / 06:13 pm•
narendra shrivastava
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कटनी। इन दिनों पूरे प्रदेश में महिला सम्मान को लेकर सरकार विशेष अभियान चला रही है, लेकिन समाज में आज भी कुछ ऐसे लोग हैं जो बेटियों की नहीं बल्कि बेटों की चाह रखते हैं। कटनी जिले के बरही तहसील में एक ऐसा ही सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक पुरुष छह बेटिया पैदा होने के बाद भी बेटा न होने पर पत्नी को घर से निकाल दिया है। हैरानी की बात तो यह है कि न्यायालय से फैसला होने के बाद भी भरण-पोषण की जिम्मेदारी नहीं उठा रहा और महिला परेशान है।
जानकारी के अनुसार चमेली बाई (36) पति रामप्रकाश केवट निवासी ग्राम चोरा कनेरा थाना बरही को पति द्वारा खूब प्रताडि़त किया जा रहा था। पुलिस अधीक्षक से की गई शिकायत में बताया कि वह मायके में रह रही है। पति द्वारा घर से निकाले जाने पर उसने न्यायालय की शरण ली। विजयराघवगढ़ न्यायालय में मामले की सुनवाई हुई और 4 हजार रुपये हर माह देने का निर्णय हुआ, लेकिन 11 माह से पति रामप्रकाश द्वारा राशि नहीं दी जा रही, जिससे चमेली बेटियों की परवरिश करने में परेशान है।
चमेली बाई ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पति द्वारा साफ तौर पर कहा जा रहा है कि बेटा पैदा नहीं की हो तो मैं नहीं रखूंगा, तुम कहीं भी रहो। चमेली ने बताया कि एक बेटी प्रीति (11), प्रियांशी (9), साक्षी (7), सरिता (5), कविता (5) व आंशी (6) साल के साथ मायके में पिता दल्लू केवट निवासी हरदुआ थाना बरही के यहां रहने को मजबूर है। 27 जनवरी को फिर मामले की सुनवाई होना है। पीडि़ता ने आरोप लगाया कि बरही पुलिस द्वारा अनावेदक को बचाया जा रहा है। पीडि़ता ने राशि दिलाने व कार्रवाई करने मांग की है। इस मामले को लेकर बरही थाना प्रभारी संदीप आयाची ने कहा कि इस मामले में शीघ्र ही वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।