scriptहोशंगाबाद व नरसिंहपुर भेजी जाने वाली 5200 टन धान का रैक अमानक, धान खरीदी में सामने आई बड़ी बेपरवाही | Fifty-two hundred tons of paddy non-standard | Patrika News

होशंगाबाद व नरसिंहपुर भेजी जाने वाली 5200 टन धान का रैक अमानक, धान खरीदी में सामने आई बड़ी बेपरवाही

locationकटनीPublished: Jan 13, 2021 09:31:50 am

Submitted by:

balmeek pandey

अपग्रेड करने निवार से समितियों के लिए भेजी गई वापस, केंद्र प्रभारियों की मनमानी आई सामने, केंद्र में नहीं हुई ठीक से जांच, अधिकारियों के निरीक्षण पर भी उठ रहा सवाल

होशंगाबाद व नरसिंहपुर भेजी जाने वाली 5200 टन धान का रैक अमानक, धान खरीदी में सामने आई बड़ी बेपरवाही

होशंगाबाद व नरसिंहपुर भेजी जाने वाली 5200 टन धान का रैक अमानक, धान खरीदी में सामने आई बड़ी बेपरवाही

कटनी. जिले में अमानक धान खरीदी का बड़ा मामला सामने आया है। केंद्र प्रभारी अधिकारियों व दलालों से सांठगांठ कर जमकर मनमानी कर रहे हैं। इसका खुलासा दो जिलों के लिए लगे रैक में जांच के बाद फेल हुई धान से हुआ है। जानकारी के अनुसार होशंगाबाद और नरसिंहपुर के लिए 5200 टन धान का रैक निवार में लगा हुआ है। धान सीधे वेयरहाउसों के भंडारण की बजाय रैक में भेजी जा रही है। ढीमरखेड़ा क्षेत्र के ढीमरखेड़ा केंद्र क्रमांक 2 पोड़ीकला, ढीमरखेड़ा, पानी उमरिया, दशरमन आदि केंद्रों की धान रिजेक्ट की गई है। पोड़ीकला में लगभग चार सौ क्विंटल मानकों के अनुसार न होने पर अपग्रेडेशन के लिए कटनी से वापस भेजी गई है। इसको लेकर केंद्र प्रभारी आदर्श ज्योतिषी का कहना है कि यदि धान सेंटर में ही फेल कर देते तो पल्लेदारी, भाड़ा आदि की बचत हो जाती। बता दें कि श्रद्धा वेयर हाउस व कृषि उपज मंत्री ओपन कैप से धान अमान होने पर वापस की गई है। ढीमरखेड़ा-पानउमरिया की 70 गाडिय़ा वापस होना बताया जा रहा है। वहीं केंद्र प्रभारियों का कहना है कि परिवहनकर्ताओं को लाभ पहुंचाने इस तरह का खेल नान द्वारा किया जा रहा है। बार-बार धान यहां-वहां होने पर भाड़ा अधिक बनेगा।

हर केंद्र के 10 से 12 ट्रक
ढीमरखेड़ा क्षेत्र के कई केंद्रों की 10 से 12 ट्रक धान रिजेक्ट हो रही है। ढीमरखेड़ा, पौड़ीकला, पानउमरिया सहित अन्य समितियों की धान बदरा, डैमेज के कारण रिजेक्ट की गई है। लापरवाही उजागर होने पर अभी तक सिर्फ अपग्रेडेशन के लिए नोटिस जारी किया गया है। वहीं नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक का कहना है कि सहायक आयुक्त सहकारिता को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है, केंद्र प्रभारियों पर कार्रवाई की जाए। सर्वे एजेंसी द्वारा 4 हजार टन धान जांच के बाद अमानक बताई गई है। समितियों में भी दल द्वारा जांच की जा रही है। ट्रक वार जांच की गई तो काफी धान खराब मिली है।

्रइनका कहना है
धान सर्वे एजेंसी कृष्णा सिक्योरिटी और मेरे द्वारा रैक के धान की जांच की गई। जांच के दौरान धान में बदरा, डैमेज अत्यधिक मात्रा में पाया गया है। धान मानक के अनुसार न होने पर रिजेक्ट की गई है। धान को अपग्रेड करने वापस भेजा गया है व प्रभारियों पर कार्रवाई के लिए पत्रचार किया जा रहा है।
पीयूष माली, जिला प्रबंधक नान।

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