नहीं मिली कोई आर्थिक मदद न पहुंचे अधिकारी
ये चारों मृतकों के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। ग्रामीणों की मानें तो अत्येष्टि भी ग्रामीणों के सहयोग से कराई गई। हैरानी की बात तो यह रही कि गांव में सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और कोई भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा। क्षेत्र से सांसद हिमांद्री सिंह ने ट्वीट कर शोक संवेदना व्यक्त की है। ग्रामीणों ने कहा कि चारों दो किशोर व दो युवक आदिवासी गरीब परिवार के बच्चे थे, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई सहायता राशि नहीं दी गई। कोई भी जिम्मेदार अधिकारी दुखियारे परिजनों के घर उनकी सुध लेने नहीं गया। राजस्व विभाग के तरफ से लखाखेरा और नैगवां हल्के की पटवारी निशाद बेगम, ग्राम पंचायत लखाखेरा के सरपंच सुशील राय एवम सचिव नरेश यादव मौजूद रहे। बड़वारा विधायक विजयराघवेंद्र सिंह गांव पहुंचकर अंतिम यात्रा में शामिल हुए एवं परिजनों का ढाढस बंधाया।
सहयोग राशि कराएंगे मुहैया
इस मामले को लेकर सचिव नरेश यादव ने कहा कि संबल योजना के तहत राशि दी जाती है, लेकिन वे इसमें पात्र नहीं हैं। सहयोग राशि के लिए पांच हजार रुपये मुहैया कराए जाएंगे। वहीं ग्राम पंचायत सरपंच सुशील राय ने कहा कि मृतकों के परिजनों की आवश्यक मदद की गई है। सभी 21 साल से कम उम्र के हैं, इसलिए संबल आदि योजना से लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसमें अब कलेक्टर, शासन-प्रशासन से ही कोई मदद हो पाएगी। इसके लिए कलेक्टर को सूचना दी गई है। अनाज आदि की व्यवस्था भी की जा रही है।
इनका कहना है
ये मृतक किसी भी प्रावधान में नहीं आ रहे हैं, इसलिए अभी तक कोई तात्कालिक सहायत नहीं दी गई। यह रोड एक्सीडेंट का मामला है, पटवारी से रिपोर्ट ली गई है, अवकाश के कारण फाइल आगे नहीं बढ़ पाई। इस मामले में जनपद सीइओ से बात की गई है, संबल योजना में लाभ की बात हुई है, हालांकि सभी अंडर एज हैं तो प्रकरण नहीं बन पाए, फिर भी प्रशासनिक मदद के लिए आवश्यक पहल की जा रही है।
क्षमा सराफ, तहसीलदार, बड़वारा।