पीड़ित परिवार अपनी फरियाद लेकर पुलिस के पास गया तो वहां से भी उन्हें भगा दिया गया। ऐसा पीड़ित परिवार का आरोप है। ऐसे में पीड़ित परिवार ने अब जिला कलेक्टर से गुहार लगाई है। कलेक्टर ने भी जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
घटना के संबंध में परसवारा निवासी फूला बाई पति लक्ष्मी प्रसाद बर्मन का आरोप है कि राहुल खटीक नामक युवक ने स्वयं को बीमा कंपनी, स्वतंत्र प्रा.लि.कंपनी का एजेंट बताकर हेल्थ बीमा के नाम पर 3200 रुपये जमा कराए। बीमा करते वक्त उसने कहा कि परिवार के किसी सदस्य के बीमार होने पर दो साल तक निशुल्क इलाज होगा। लेकिन साल भर तक बीमा के कागजात नहीं दिए। इसी बीच फूला बाई की बेटी शिवानी बीमार पड़ी। उसकी हालत ज्यादा बिगड़ी तो फूला ने एजेंट को फोन लगाकर इलाज कराने कहा। एजेंट ने कहा कि एंबुलेंस भेज रहे हैं, मुफ्त इलाज कराएंगे। एंबुलेंस के इंतजार में पूरी रात बीत गई, अगले दिन दोपहर में बेटी की तड़प-तड़प कर मौत हो गई।
फूला का आरोप है कि बेटी की मौत के बाद पुलिस थाने गए तो वहां से भी भगा दिया गया। ऐसे में पीड़ित मां फूला ने कलेक्टर को शिकायती पत्र दे कर न्याय की गुहार लगाई है।
कोट “हेल्थ बीमा की शिकायत अभी मेरे संज्ञान में नहीं आई है, डाक से शिकायती पत्र देख कर मामले की जांच कराई जाएगी। शिकायत पुष्ट होने पर एजेंट के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी। -शशिभूषण सिंह कलेक्टर कटनी