यह स्थिति तब है जब गरीब परिवारों को मुश्किल समय में अंत्येष्टि के लिए आर्थिक मदद प्रदान करने प्रदेश सरकार द्वारा संबल योजना चलाई जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि नाबालिग सूरज को मां के निधन के बाद संबल योजना का लाभ नहीं मिला। आर्थिक मदद नहीं मिली।
इस बीच सूरज के पास मां के अंत्येष्टि के पैसे नहीं होने की जानकारी कैमोर थाना प्रभारी अरविंद जैन को मिली तो वे फौरन सूरज के घर पहुंचे। 21 सौ रुपये नकद और अनाज की सहायता के साथ ही लकडिय़ों की व्यवस्था की। कुछ देर बाद परिजन अंत्येष्टि क्रिया के लिए शव लेकर घर से रवाना हुए।
नाबालिग सूरज चौधरी की मदद को पहुंचे थाना प्रभारी अरविंद जैन ने बताया कि मृतक का परिवार अत्यंत गरीबी से दिन काट रहा था। एक छोटी सी झोपड़ी है उसकी छत भी टूट गई है। थाना प्रभारी ने बताया कि एसपी मयंक अवस्थी के निर्देश पर जिले में बेसहारा को मदद किए जाने के लिए मिशन संबल अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान में सूरज की मदद की गई।
प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक संजय पाठक के विजयराघवगढ़ विधानसभा के खलवारा ग्राम पंचायत में नाबालिग सूरज के सामने आई विपदा के बाद एक और बड़ा खुलासा हुआ। गांव के प्रभारी सचिव ने बताया कि वर्तमान में संबल पोर्टल बंद है। इस कारण किसी गरीब को कार्ड बनाने के लिए आवेदन प्रक्रिया भी पूरी नहीं की जा सकती है।
ग्राम पंचायत सचिव ने बताया नहीं बना है सूरज का संबल कार्ड
गरीबी से जीवन यापन करने के बाद भी सूरज के परिवार का संबल कार्ड नहीं बना है। इस बारे में खलवारा के प्रभारी सचिव भगवान दास पटेल ने बताया कि उन्हे 10 फरवरी से सचिव का प्रभार मिला है। इससे पहले पुष्पलता खरे सचिव थीं। सूरज का संबल कार्ड नहीं बना है। शनिवार को घर जाकर देखते हैं क्या मदद की जा सकती है।