कटनी

मनरेगा में धांधली: जेसीबी से बनवा लिया खेत तालाब, मनरेगा में मजदूरी के लिए मुंह ताकते रह गए मजदूर

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण अधिकांश उद्योग धंधे बंद हो गए हैं। पेट पालने के लिए बाहर गए मजदूर सभी जान बचाकर वापस घर लौट आए हैं। ऐसे मजदूरों को जिंदा रखने के लिए मनरेगा योजना में काम देने का दावा जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है, लेकिन जिले की कई ग्राम पंचायतों में स्थिति एकदम उलट सामने आ रही है। रीठी जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत इमलाज में ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा गंभीर लापरवाही की जा रही है।

कटनीJun 29, 2020 / 09:14 pm

balmeek pandey

Gram Panchayat Secretary’s arbitrariness in MNREGA construction

कटनी. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण अधिकांश उद्योग धंधे बंद हो गए हैं। पेट पालने के लिए बाहर गए मजदूर सभी जान बचाकर वापस घर लौट आए हैं। ऐसे मजदूरों को जिंदा रखने के लिए मनरेगा योजना में काम देने का दावा जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है, लेकिन जिले की कई ग्राम पंचायतों में स्थिति एकदम उलट सामने आ रही है। रीठी जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत इमलाज में ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा गंभीर लापरवाही की जा रही है। यहां पर मनरेगा में मजदूरों को काम नहीं मिल रहा। खेत तालाब का निर्माण जेसीबी से कराया जा रहा है, जबकि मशीनरी का उपयोग नहीं करना है। इसके बाद भी सचिव मनमानी कर रहा है। बता दे कि पंचायत में बड़ी धांधली एक पखवाड़े पहले सामने आ चुकी है। जिसको पत्रिका ने प्रमुखता से उजागर किया है। रोजगार सहायक सुनील चौधरी द्वारा अपने घरवालों की फर्जी हाजिरी, किशोरी व अन्य मृतकों कि मनरेगा में फर्जी हाजिरी भर दी गई थी। जिसके बाद रोजगार सहायक को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके बाद भी सचिव द्वारा मनमानी की जा रही है। जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान ही नहीं दे रहे। ग्राम पंचायत के सरपंच हरिप्रसाद सोनी ने सीइओ जिला पंचायत से शिकायत बताया है कि बलवंत सिंह, शिवकुमार के खेत तालाब निर्माण जेसीबी से कराया गया है। वहीं गांव के प्रवासी मजदूर सहित अन्य मनरेगा मजदूर काम के लिए मुंह ताकते रहे।

यहां भी की मनमानी
इसके अलावा पूर्व में हुए निर्माण कार्यों में लगी सामग्री के भुगतान में भी मनमानी की जा रही है। सरपंच का कहना है कि ग्राम पंचायत के सुगरताल, खाले तालाब का विस्तारीकरण कराया गया है। मूल्यांकन पुस्तिका उपयंत्री दीपक तिवारी द्वारा नहीं देने पर नवीन मूल्यांकन पुस्तिका तैयार कराई गई। पोर्टल में ग्राम पंचायत रोजगार सहायक व सचिव द्वारा कार्य को बंद कर दिया गया है। सीसी रोड निर्माण व सौंदर्यीकरण के काम में मजदूरों का भुगतान नहीं कराया जा रहा। आधा भुगतान अपने पुत्र की फर्म कृष्णा कंस्ट्रक्शन के नाम पर कर लिया गया है।

इनका कहना है
मनरेगा कार्य में जेसीबी चलने की जो शिकायत कर रहा है हो सकता है वही चलवा रहा हो। अभी मस्टर जारी हुए न भुगतान हुआ। फिर भी इस मामले की जांच एइ से कराई जाएगी। यदि जेसीबी खेत तालाब में चली है तो सरपंच-सचिव पर कार्रवाई की जाएगी। वसूली की कार्रवाई कराई जाएगी। किसान पर भी कार्रवाई करेंगे।
प्रदीप सिंह, जनपद सीइओ रीठी।

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