scriptआधा गांव से बुखार से पीड़ित था तब नहीं ली किसी ने सुध, बाकल जाकर निजी क्लिनिक में करवाते रहे इलाज | Half of the village was suffering from fever when no one took care | Patrika News

आधा गांव से बुखार से पीड़ित था तब नहीं ली किसी ने सुध, बाकल जाकर निजी क्लिनिक में करवाते रहे इलाज

locationकटनीPublished: May 22, 2021 10:55:58 am

कोरोना पॉजिटिव के आंकड़े पर ऐसे मामलों से उठ रहे सवाल, अब भी गांव में एक दर्जन से ज्यादा बुखार पीडि़त, लेकिन किसी की नहीं हुई सैंपलिंग

Women filling water in Khamtara village.

खमतरा गांव में पानी भरती महिलाएं।

कटनी. बहोरीबंद विकासखंड के खमतरा गांव में कुछ दिन पहले तक आधा से ज्यादा गांव बुखार से पीडि़त था। ग्रामीणों का दो टूक कहना है कि जब गांव में ज्यादातर लोग बुखार से पीडि़त रहे तब किसी ने भी उनकी सुध नहीं ली। बुखार पीडि़त ग्रामीण समीप के गांव बाकल में जाकर निजी क्लिनिक में इलाज करवाते रहे। ग्रामीण यह भी बताते हैं कि उस समय जांच में ज्यादातर लोगों का टाइफाइड बढ़ा आ रहा था।

बतादें कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों का टाइफाइड बढऩे की बात चिकित्सक भी कहते हैं। जानकर ताज्जुब होगा कि खमतरा में जब ज्यादातर लोग बुखार से पीडि़त रहे तब अधिकांश लोगों ने कोविड-19 जांच के नमूने नहीं लिए गए। जाहिर ऐसे लोगों के नमूने ली जाती तो पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा होता। खासबात यह है कि ऐसे उदाहरण से प्रशासन द्वारा जारी की जाने वाली कोरोना आंकड़े पर सवाल उठ रहे हैं। अधिकांश बुखार पीडि़तों के नमूने नहीं लिए जाने के बाद कोरोना पॉजिटिव संख्या और पॉजिटिविटी दर पर सावलिया निशान लग रहा है।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा 21 मई को जारी आंकड़े में बताया गया कि बीते चौबीस घंटे के दौरान एक हजार 21 नमूनों की जांच में 52 नए पॉजिटिव सामने आए। इसके साथ ही पूरे कोरोना काल में जिलेभर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 9 हजार 262 पहुंच गई। इस बीच 118 लोगों ने कोरोना को मात दी। स्वस्थ हुए। इसके साथ ही अब तक कोरोना के स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 8 हजार 483 पहुंच गई। इस बीच कोरोना से चार लोगों की मौत भी हुई। जिले में कोरोना से कुल मौतें 83 बताई गई।

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