जबलपुर व भोपाल भेजते हैं अधिकारी
महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी नयन सिंह बताते हैं कि गोपाल दास 10वीं तक पढ़ाई किए हुए है। कार्यालय में बहुत बढिय़ा काम कर रहा है। जरूरत पडऩे पर गोपालदास को कोई आवश्यक फाइल लेकर के जबलपुर और भोपाल भेज दिया जाता है। वह फाइल करा कर के लेकर आ जाता है। फाइल पहुंचा कर आ जाता है। कई डाक भेजनी होती है वह भी भेज दी जाती है। गोपालदास को कागज में लिख कर के दे दिया जाता है वह उसे लेकर के चला जाता है। अधिकांश काम गोपाल दास इशारों में ही कर रहा है।
काम से पीछा छुड़ाने वालों के लिए मिसाल
नयन सिंह बताते हैं कि कई बार हम लोगों को भी ताज्जुब होता है कि गोपालदास कैसे इशारों इशारों में काम को समझ जाता है और उसे पूरा करता है। गोपाल दास ऐसे लोगों के लिए भी मिसाल है जो सक्षम होते हुए भी काम करने से जी चुराते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को गोपालदास से प्रेरणा लेनी चाहिए कि पूरी तत्परता और ईमानदारी से वह काम करता है जब एक दिव्यांग सामान्य से बेहतर काम कर सकता है, तो फिर सामान्य व्यक्ति को तो और भी बेहतर काम करना चाहिए।