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गर्भवती मां ने लगाई फांसी, तीन घंटे फंदे पर लटके रहने के बाद भी बचा शिशु, देखें वीडियो

locationकटनीPublished: Dec 20, 2018 01:29:12 pm

Submitted by:

balmeek pandey

एनकेजे थाना क्षेत्र की घटना

Hanging woman gives birth to baby

Hanging woman gives birth to baby

कटनी. ईश्वर जिसको दुनिया में लाना चाहता है उसको दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक सकती…। ऐसा ही जीवंत उदाहरण सामने आया है कटनी में। मां ने फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया, लेकिन शिशु सुरक्षित बच गया है। इस वाक्ये को लोग बड़ी हैरानी भरी नजरों से देख रहे हैं। घटना एनकेजे थाना क्षेत्र की है। दुर्गा चौक छोटी खिरहनी में एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। मां तो दुनिया से चल बसी, लेकिन नवजात कई घंटे तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद सुरक्षित बच गया है। हालांकि हालत नाजुक होने पर उसे एसएनसीयू में भर्ती कराया गया है। वीं पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराते हुए मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है। जानकारी के अनुसार एनकेजे थाना क्षेत्र अंतर्गत दुर्गा चौक खिरहनी निवासी संतोष सिंह सुबह पौने 7 बजे सोकर उठा। उसने देखा कि पत्नी लक्ष्मी बाई की कोई आहट नहीं मिल रही और बच्चे भी सो रहे हैं। उसने कमरे से बाहर निकलकर देखा और अवाज लगाई। इसके बाद देखा कि एक कमरे का दरवाजा बंद है। उसने देखा कि कमरा अंदर से बंद है। अवाज लगाई फिर भी लक्ष्मी ने नहीं सुना। मवेशियों की सार में जाकर देखा देखा तो वह स्तब्ध रह गया। लक्ष्मी बाई फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी और उसके पेट में पल रहा बच्चा पेट से निकलकर मां के नाल में फंदे की तरह लटका हुआ तड़प रहा था, वह वाक्या देखकर लोग आवाक रहे गए और तत्काल पुलिस को सूचना दी।

108 के कर्मचारियों ने दिखाई तत्परता
जैसे ही घटना की भनक-आस पड़ोस के लोगों को लगी वैसे ही वे तत्काल वे पुलिस और 108 एंबुलेंस को सूचना दी। सूचना मिलते ही तत्काल 108 एंबुलेंस कर्मचारी एंबुलेंस को लेकर मौके पर पहुंचे। इस दौरान एनकेजे पुलिस भी पहुंच चुकी थी। 108 के एंबुलेंस चिकित्सक माखन सिंह और सहयोगी ने तत्परता दिखाई। तत्काल बच्चे को फांसी के फंदे पर लटकी मां के नाल से अलग किया और एंबुलेंस में लेकर पहुंचे तत्काल उसे ऑक्सीजन में रखा। इसके बाद उपचार देते हुए उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। बच्चे को चिकित्सकों ने तत्काल प्राथमिक उपचार करते हुए उसे गहन उपचार के लिए एसएनसीयू वार्ड में भर्ती किया।

पति ने कहा…नहीं पता कारण
लक्ष्मी बाई के चार बच्चे पहले से ही हैं। उसने मौत को क्यों गले लगाया है पति संतोष सिंह को खुद नहीं पता। उसका कहना है कि सुबह पौने 7 बजे जब सोकर उठा तो देखा कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद है। उसने अवाज लगाई, लेकिन कोई हरकत न सुनाई देने पर संतोष सिंह आसपड़ोस के लोगों को खबर की। सार का दरवाजा खोलकर देखा तो वह फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी, और शिशु मां के पेट से नाल में लटका हुआ तड़प रहा था। तत्काल स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी।

भाई ने कहा सबकुछ था ठीक
घटना की जानकारी लगते ही मृतिका का भाई जिवारा थाना विजयराघवगढ़ निवासी अजमेर सिंह पहुंचा। अजमेर सिंह ने पत्रिका से चर्चा के दौरान बताया कि उसे यह नहीं पता कि उसकी बहन लक्ष्मी ने मौत को क्यों गले लगा लिया है। घर पर सबकुछ ठीक चल रहा था। वह कुछ दिन पहले ही बहन के मायके आया हुआ था। उसे कोई तकलीफ नहीं थी, उसने कभी फोन पर भी कोई समस्या नहीं बताई।

मौके पर पहुंचे अधिकारी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। स्थानीय लोगों द्वारा सूचना दिए जाने पर एनकेजे पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद सीएसपी एमपी प्रजापति भी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया। मृतिका के पति व परिजनों सहित आसपड़ोस के लोगों से बात की। इसके अलावा जिला एफएसएल अधिकारी डॉ. अविनीश कुमार भी मौके पर पहुंचे और विवेचना शुरू कर दी है।

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