कटनीPublished: Apr 03, 2019 11:21:59 pm
narendra shrivastava
संप्रेषणा नाट्य मंच ने जागृति पार्क में किया आयोजन, दर्शकों को तालियां बजाने कलकारों ने किया मजबूर
Highlighted corruption in the education
कटनी. समाज में फैली जातिवाद के दंश और शिक्षा के क्षेत्र में भ्रष्टाचार को उजागर करते नाटक की संप्रेषणा नाट्य मंच के कलाकारों ने जागृति पार्क के ओपन मंच में प्रस्तुति दी। जात पूछो साधू नाटक के लेखक विजय तेंडुलकर के साथ हिंदी अनुवाद बसंत देव ने किया। साथ ही नाटक का निर्देशन वरिष्ठ रंगकर्मी द्वारिका दाहिया ने किया। नाटक में समाज में फैली जातीय व्यवस्था और शिक्षा व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार को कलाकारों ने उजागर किया। हास्य व व्यंग्य के माध्यम से समाज को दिए संदेश ने दर्शकों को आखिरी तक बांधे रखा। वेशभूषा के साथ सीन्स में लाइट इफेक्ट ने दर्शकों को तालियां बजाने मजबूर किया। इससे पहले अतिथि के रूप में मौजूद डॉ. संजय निगम ने कार्यक्रम की शुरुआत पूजन कर की और संस्था के संजय नाकारा ने स्मृति चिन्ह देकर उनका सम्मान किया।
इन्होंने निभाई नाटक में भूमिका- संगीत के बीच नाटक में महिपत के किरदार में शुभम रजक, नलनी की भूमिका में ज्योति सिंह, बबना के रूप में जोधाराम जैसिंघानी रहे। इसके अलावा नाटक में केएल, अनुज मिश्रा, आदित्य गोस्वामी, प्रहलाद रजक, शिव कुमार, शिवानी, विवेक, ध्रुव, दीपक, सौरभ ने भी भूमिका निभाई।