जिले में पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के पास रहने के लिए शहर बस में सिर्फ एक ही छात्रावास संचालित है। ऐसी स्थिति में कम छात्रों को ही छात्रावास में रहने की सुविधा मिल पा रही है। पिछड़ा वर्ग के छात्रों की समस्या को देखते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हर एक ब्लॉक में बालक-बालिकाओं के लिए छात्रावास खोले जाने की घोषणा की थी। आदेश जारी होने के बाद विभाग ने छात्रावासों को खोलने की तैयारी शुरू की। छात्रावास के लिए किराए के भवन देखेें, लेकिन छात्रावास में सामग्री की व्यवस्था करने के लिए बजट नहीं होने से मामला अटक गया है।
50-50 सीटर खुलना है छात्रावास
पिछड़ा वर्ग के बालक-बालिकाओं के लिए 50-50 सीट के छात्रावास खोले जाने है। ये छात्रावास जिले के बहोरीबंद, ढीमरखेड़ा, बड़वारा, विजयराघवगढ़ व रीठी ब्लॉक में खोले जाएंगे। जबकि कटनी ब्लॉक में पहले से ही छात्रावास संचालित है।
इनका कहना है
जिलेभर के सभी छह ब्लॉकों में पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए 50छात्रावास खोले जाने है। जिसकी तैयारी पूरी हो गई है। फिलहाल किराए के भवन में संचालित किया जाना है। सामग्री खरीदी के लिए पैसे नहीं होने की वजह से छात्रावासों का संचालन नहीं हो पा रहा है।
आरबी सिंह, सहायक संचालक, पिछड़ा वर्ग।