पूरे जिले का यही हाल
अवैध खनन को लेकर पूरे जिले का यही हाल है। अकेले शहर के आसपास की बात कही जाए तो मनमाना खनन चल रहा है। गल्र्स कॉलेज की नवीन बिल्डिंग के सामने हजारों हाइवा मुरम का खनन मनमाने तरीके से हुआ है। छहरी-बंडा, कछगवां, कुठला थाना क्षेत्र में टिकरिया, बाइपास के समीप मनमाना खनन चल रहा है। वहीं ग्रामीण इलाकों में भी मुरम, बाक्साइड, लेटराइट, डोलोमाइट आदि का खान चल रहा है। कई जगह रात होते ही खनन शुरू हो जाता है, लेकिन न खनिज विभाग और ना ही पुलिस कार्रवाई कर रही। राजस्व और प्रशासन के अधिकारी एकदम अनजान बने हुए हैं।
सवालों में खनिज विभाग की कार्यप्रणाली
जिले में रेत, मुरम, गिट्टी, मिट्टी सहित अन्य खनिज संपदा के मनमाने दोहन को रोकने, मानकों के अनुसार ही खदान स्वीकृत करने व माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए खनिज विभाग मुस्तैद है, लेकिन यह विभाग सिर्फ रस्मअदायगी कर रहा है। जिला खनिज अधिकारी संतोष सिंह को अवैध खनन, परिवहन से कोई सरोकार नहीं हैं। सिर्फ कागजी कोरम पूरा किया जा रहा है। रेत माफिया खुलेआम नदियों का सीना छलनी कर रहे हैं, खनिज संपदा लुट रही है। सत्ता और विपक्ष के लोग भी इसओर ध्यान नहीं दे रहे।