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रूस-यूक्रेन युद्ध का कटनी में भयंकर असर: जिले में 371 जल जीवन मिशन की योजनाएं प्रभावित

locationकटनीPublished: May 15, 2022 05:14:26 pm

Submitted by:

balmeek pandey

ठेकेदारों को नहीं मिल रहे एचडीपीइ पाइप, दो माह से पाइप के इंतजार में रहे ठेकेदार, कंपनियों ने लौटाए रुपये, अब दूसरे कंपनियों में हो रही तलाश, डेढ़ से दो माह लगेंगे सप्लाई मेंशहर में भीषण पेयजल समस्या के बीच नलजल योजना में भी गंभीर चुनौती, विभाग भी परेशान

रूस-यूक्रेन युद्ध का कटनी में भयंकर असर: जिले में 371 जल जीवन मिशन की योजनाएं प्रभावित

रूस-यूक्रेन युद्ध का कटनी में भयंकर असर: जिले में 371 जल जीवन मिशन की योजनाएं प्रभावित

कटनी. रूस द्वारा यूक्रेन पर की गई चढ़ाई व भयंकर युद्ध का अप्रत्यक्ष रूप से असर कटनी जिले में भी है। जिले की आबादी इन दिनों भीषण पेयजल समस्या से जूझ रही है। प्रधानमंत्री द्वारा हर घर में नल के माध्यम से शुद्ध जल पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत जिले के 389 गांवों में नलजल योजना पर काम चल रहा है, लेकिन दो माह से यह योजना ठंडी पड़ी है, इसकी मुख्य वजह है योजना में पानी सप्लाई के लिए पाइप न मिलना। पेयजल सप्लाई के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को एचडीपीइ पाइप की आवश्यकता होती है, लेकिन ये पाइप नहीं मिल पा रहे हैं।
पाइप न मिलने की मुख्य वजह देश की कंपनियों को रूस से कच्चा माल न मिलना है। बताया जा रहा है कि कंपनियों द्वारा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के ठेकेदारों को अनुबंध के मुताबिक एचडीपीइ पाइन नहीं दे रही हैं। इतना ही नहीं ठेकदारों द्वारा पाइप के लिए जो राशि कंपनियों में जाम की गई है, ठेकेदारों को लौटाई जा रही है। जिले के कई ठेकेदारों को राशि लौटा दी गई है। यदि किसी को पाइन मुहैया भी कराए जा रहे हैं तो 30 से 32 प्रतिशत अधिक दाम में दिए जा रहे हैं, जिसे क्रय करना ठेकेदारों के लिए बड़ा मुश्किल का काम है, ऐसे में जिले में जल जीवन मिशन का काम प्रभावित हो रहा है।


– 389 गांवों में हर घर जल पहुंचाने हो रहा जल जीवन मिशन के तहत काम
– 371 गांवों में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा कराया जा रहा योजना पर काम
– 38 ठेकेदार कर रहे जल जीवन मिशन के तहत पानी पहुंचाने का काम
– 18 गांवों में जल जीवन मिशन के तहत हुआ काम, लोगों को मिल रहा पेयजल
– 22 गांवों में जल जीवन मिशन के तहत पहुंचाया जा रहा शुद्ध पानी

इन गांवों में काम हुआ पूरा
बता कि जल जीवन मिशन के तहत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा 389 में से 18 योजनाओं को पूरा कराया गया है। 371 योजनाओं पर अभी भी काम चल रहा है। दो माह से अधिक समय से काम रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। वहीं जल निगम द्वारा जिले के 22 गांवों में योजनाओं पर काम पूरा कर दिया गया है। बता दें कि कटनी के बिछिया, मतवारी, खिरवा हरदुआ, पठरा, कैलवारा कला, झुरही टोला, पोड़ी पड़रिया, देवरीटोला, इमलिया में काम पूरा हो गया है। इसी तरह विजयराघवगढ़ के हरदुआकलां, गौरहा, बडग़ैंया, सलैया, संगवारा में काम पूरा हो गया है। इसके अलावा बहोरीबंद के पथराड़ी पपरिया, ढीमरखेड़ा के पड़वार सहित दो अन्य योजनाओं पर काम पूरा हो गया है।

इन ठेकेदारों के कंपनियों ने वापस किए रुपये
– संजय मिश्रा विजयराघवगढ़
– कैलाश जायसवाल, विजयराघवगढ़
– राकेश शर्मा, कटनी
– विनोद राय, कटनी

ऐसे समझें पाइप की समस्या
ढीमरखेड़ा ब्लॉक में काम करने वाले विनोद राय बताते हैं कि इंदौर में दो माह पहले ऑर्डर दिए थे। कंपनी में साढ़े 7 लाख रुपये जमा कर चुके थे। 28 लाख रुपये के पाइप खरीदने थे। अब कंपनी 32 प्रतिशत रेट रेट बढ़ाकर रुपये ले रही है, जो अनुचित है। अनुबंध शर्तों के विपरीत काम किया जा रहा है। कंपनी ने पाइप न देकर रुपये वापस कर दिए हैं। विभाग को लिखित में समस्या बताई है। विभाग वाले अपने स्तर पर कार्रवाई कर रहे हैं। हम लोग उपभोक्ता फोरम में भी जाने की तैयार कर रहे हैं। जिले में काम जल्दी पूरा हो, इसलिए भोपाल में दूसरी कंपनी को ऑर्डर दिए हैं। 29 अप्रैल को ऑर्डर हुआ है, कंपनी ने जून माह में माल देने के लिए कहा है। डेढ़ से दो माह समय सप्लाई के लिए लगता है, इससे काम लेट हो रहा है।

सता रही पैनाल्टी की चिंता
ठेकेदारों का अपना तर्क है कि बैंक से भी रकम ली है, तो वहां भी दो प्रतिशत ब्याज देनी पड़ रही है। दूसरी ओर जल जीवन मिशन का काम लेट होने पर 2 से 4 प्रतिशत पैनाल्टी लगेगी, उसे जेब से भरना पड़ेगा। समय-सीएम बढ़ानी पड़ेगी। योजना में काम करने में लगभग चार माह से दिक्कत हो रही है। ऐसे में छह माह में काम हो पाना संभव नहीं है। लगातार हो रही समस्या के चलते किसी तरह काम को पूरा करने कवायद की जा रही है। अनुबंध शर्तों का पालन नहीं होने पर इएनसी तक मामले की शिकायत पहुंची है।

योजना को लेकर खास-खास:
– 15 अगस्त 2019 को पीएम ने की थी जल जीवन मिशन की घोषणा, जिले में 2023 तक पूरा होना है काम।
– 2024 तक पूरा होना है योजना पर काम, जिले में अभी महज 40 से 42 प्रतिशत ही हो पाया है पेयजल का काम।
– ठीक से काम न करने पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने मोहन दयाल एंड संस सहित एक अन्य ठेकेदार को किया ब्लैक लिस्टेड।
– 38 ठेकेदार जिले में कर रहे हर घर में शुद्ध जल पहुंचाने का काम, कई गांवों में आ रही है गुणवत्ताविहीन कार्य की शिकायत।
– कई ब्लॉकों में ठेकेदार कर रहे धीमा काम, विभाग द्वारा भी नहीं की जा रही है ठीक से निगरानी।
– स्कूलों व आंगनवाडिय़ों में हुए काम की गुणवत्ता पर उठे हैं कई बार सवाल, जांच के नाम पर भी औपचारिकता।

इनका कहना है
एचडीपीई पाइप बनाने वाली कंपनियों में कच्चा माल रूस से आता है। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण सप्लाई प्रभावित हुई है। देश की अनुबंधित कंपनियों में पाइप का निर्माण कम हो रहा है, दाम भी कई गुना बढ़ा दिए हैं, इसलिए ठेकेदोरों को पाइप नहीं मिल रहे हैं। कंपनियां ठेकेदारों को रुपये लौटा रही हैं। जिले में जल जीवन मिशन का काम प्रभावित हो रहा है।
एसएल कोरी, प्रभारी कार्यपालन यंत्री, पीएचई।

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