यात्रियों को होगी सहूलियत
जिले में अंतरराज्यीय बस स्टैंड का निर्माण होने से यात्रियों को भी सहूलियत मिलेगी। एक ही बस स्टैंड से आसानी से बसें मिल जाएगी। लगभग 15 एकड़ में बस स्टैंड बनने से बसों को खड़ा होने के लिए पर्याप्त जगह मिलेगी। वर्तमान बस स्टैंड में जगह की कमीं बनी हुई है। ऐसे में बसों को पेट्रोल पंपों या सड़कों पर खड़ा करना होता है। बाहर से आने वाले यात्रियों को भी सुविधा होगी।
यार्ड की भी है कमी
प्रियदर्शनी बस स्टैंड में बसों के खड़े होने के लिए पर्याप्त यार्ड नहीं बने हैं। यार्ड की कमीं होने के कारण परिसर के भीतर बस चालक मन माफिक बसों को खड़ा करते है। ऐसे में स्टैंड में जाम की स्थिति निर्मित होती है। आवागमन में यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बस स्टैंड से बहोरीबंद, बड़वारा, विजयराघवगढ़, कैमोर, बरही, मैहर, जबलपुर, सिहोरा, रीवा, सतना सहित अन्य क्षेत्रों के लिए बसें संचालित होती हैं। इनमें से अधिकांश बसें ग्रामीण क्षेत्रों से चलती है। ये बसें यात्रियों को लेकर सुबह ही स्टैंड आ जाती हैं और दिनभर स्टैंड में खड़ी रहती हैं। इसके बाद शाम को रवाना होती हैं। ऐसे में जिन बसों का संचालन सुबह व दोपहर के बीच होता है, वे बसें यार्ड में खड़ी नहीं हो पातीं। उनकों बगैर यार्ड में खड़ा हुए ही यात्रियों को बिठाना पड़ता है।
बस स्टैंड के भीतर ही होता है काम व धुलाई
बसों में यदि कोई खराबी आ जाती है तो फिर बस स्टैंड के भीतर ही सुधार कार्य होता है। यहां तक कि कर्मचारी बसों की धुलाई यहीं करते हैें। ऐसे में गंदा पानी परिसर के भीतर बहता है। यात्रियों को उसी गंदे पानी के बीच से आवागमन करना पड़ता है। बस स्टैंड में साफ-सफाई बनी रहे, इसके लिए परिसर के भीतर बसों की धुलाई को लेकर रोक भी नहीं लगाई गई।
ऑटो भी मचाते है धमाचौकड़ी
जिले के प्रियदर्शनी बस स्टंैड में खड़े होने वाले ऑटों के लिए परिवहन अमला कोई नियम नहीं बना पाया। बसों के स्टैंड पर पहुुंचते ही पहले से खड़े ऑटो चालक उसके गेट के पास खड़े हो जाते हैं। यात्रियों को ऑटो में बैठने के लिए कहते है। गेट के पास खड़े हो जाने से लोगों को परेशानी होती है। ऑटो चालक व यात्रियों के बीच बातचीत होती है। नगर निगम हाल में बसों व ऑटो में टैक्स लगा चुकी है, लेकिन बेहतर व्यवस्था देने के नाम पर कुछ नहीं हो रहा।
घोषणा पर नहीं हो रहा काम
बस स्टैंड में न तो बसों के खड़े होने के लिए कोई व्यवस्था है और ना ही ठीक से यात्रियों के लिए प्रतिक्षालय है। यहां पर वेटिंग रूम की भी सुविधा नहीं है। पेयजल की भी व्यवस्था नहीं है। सफाई सफाई पर भी ध्यान नहीं दिया जाता। हर समय मवेशियों की धमाचौकड़ी से भी समस्या हो रही है। शहर हित में प्रशासन को शीघ्र ही अंतर्राज्जीय बस स्टैंड निर्माण कराया जाना चाहिए।
शुभप्रकाश मिश्रा, अध्यक्ष बस ऑपरेटर एसोसिएशन।
इनका कहना है
अंतर्राज्जीय बस स्टैंड सिर्फ घोषणा तक सीमित रह गया। जो है वहां व्यवस्थाओं की बेहद कमी है। बसों की टाइमिंग भी नहीं है। यहां पर कबाड़ बसें भी खड़ी रहती है। दुकानों के सामने खड़ी रहती हैं, जिससे व्यापार भी चौपट हो रहा है। जहां भी बस स्टैंड बने व्यवस्थित बने, ताकि यात्री, ऑपरेटर, व्यापारी शहरवासियों की समस्या हल हो सके। सुरक्षा व्यवस्था पर भी ध्यान देना होगा।
शेखर भारद्वाज, स्थानीय व्यापारी।
इनका कहना है
अंतर्राज्जीय बस स्टैंड निर्माण के लिए योजना बनी है। 15-16 एकड़ जमीन का आवंटन भी हो गया है। विभाग को पूर्व में पत्राचार हुए हैं, लेकिन अभी निर्माण संबंधी फाइनल निर्णय नहीं हुआ है। फाइल देखने के बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी। वरिष्ठ अधिकारियों से भी इस संबंध में चर्चा कर आवश्यक पहल की जाएगी।
रमा दुबे, जिला परिवहन अधिकारी।