बहोरीबंद में अचानक बारिश से राहत
बहोरीबंद क्षेत्र में अचानक हुई बारिश ने फसलों में जान ला दी है। असिंचित क्षेत्र की फसलें सूख रहीं थीं। लोग भी उमस भरी गर्मी से परेशान थे। बिजली समस्या, लो वोलटेज के कारण मोटर पम्प ठीक से पानी नहीं दे पा रहे थे। नौबत तो यहां तक आ गई थी कि लोग अपने पुराने डीजल पम्प को सुधारकर चलाने लगे थे। वर्षा ने सूख रही फसलों को नया जीवनदान दिया है। खासकर बाकल पठार क्षेत्र जो सूखे के लिए जाना जाता है। किसान भगीरथ पटेल, खूब सिंह ठाकुर, जहान सिंह पटेल, गोविंद विश्वकर्मा, तेजी आदिवासी, निर्मल चौधरी, फागूलाल रजक ने बताया की इस बारिश से फसल पूरी तरीके से पक जाएगी और पैदावार में वृद्धि होगी। गर्मी और उमस के कारण फसलों में जो कीट लगते हैं उसका भी खतरा अब कम हो गया है।
झमाझम बारिश से किसानों के खिले चेहरे
स्लीमनाबाद क्षेत्र में बारिश की कमी के चलते क्षेत्र के किसानों के माथे पर छाई मायूसी बुधवार को खुशियों में बदल गई। किसानों के चेहरे पर बुधवार की सुबह हुई बारिश चेहरे खिल उठे। बारिश से धान की फसलों को अमृत मिल गया। वही अभी आसमान में बादलों का डेरा बना हुआ है। कृषक रामनारायण यादव, प्रमोद कुशवाहा, सुशील कुशवाहा, लोकचंद्र साहू ने बताया कि बारिश से धान की फसलों सहित खरीफ की फसलों के लिए अमृत मिल गया है। हल्की बारिश की बौछार के साथ तेज बारिश के कारण यह धरती में अधिक समय तक नमी बनाने में सक्षम होगी। नमी बने होने से बालियां पुष्ट तैयार होगी और किसानों का सिंचाई पर आने वाला अतिरिक्त खर्च बच जाएगा। वर्तमान में धान की फसलें तैयार हो गई है, फूल के साथ बालियां आएगी। ऐसे में बेहतर दाने के लिए किसानों द्वारा सिंचाई की जाती है, लेकिन लगातार बारिश से धान की फसल को अमृत मिल गया है।