कुरीतियां का किया परित्याग, विधवा पुनर्विवाह कर कायम की मिसाल, विश्वकर्मा समाज ने की पहल
पालकी पर सवार होकर निकली जिनवाणी शोभायात्रा
अतिथि विद्वानों के मार्गदर्शन में चतुर्दिवसीय आयोजन के पहले दूसरे और तीसरे दिन श्री पंडित पूजा जी ग्रंथ का वांचन किया गया। कार्यक्रम के अंतिम दिन पंडित पूजा जी ग्रंथ की वांचना पूरी होने पर तिलक किया गया। दोपहर में पालकी पर जिनवाणी जी को विराजमान कर भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो कार्यक्रम स्थल से प्रारम्भ होकर नगर के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए तारण तरण दिगम्बर जैन मंदिर पहुंची। पालकी जी शोभायात्रा के स्वागत स्वरूप लोगों ने अपने घरों के सामने रंगोली बनाई एवं श्री फल भेंट कर आरती उतारी। हजारों गुरुभक्तों ने गनभेदी जयकारे लगाते हुए ढो़लनगाड़ों की धुन पर जमकर नृत्य किया। शोभायात्रा के मंदिर पहुंचने के बाद मंदिर के शिखर पर कलशारोहण किया गया।
बहोरीबंद विधायक सहित हजारों श्रृद्धालु हुए शामिल
महोत्सव में स्थानीय समाज के साथ बहोरीबंद रीठी विधानसभा के विधायक प्रणय पांडेय विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। कार्यक्रम में रीठी, कटनी, रैपुरा शाहनगर, बाकल, कुम्हारी, पटेरा, दमोह, पथरिया, बटियागढ़, मगरौन, जबलपुर, बीना, खुरई, सागर, गंजबासौदा, विदिशा, सिवनी, छिंदवाड़ा, सिलवानी, अमरवाडा़, भोपाल सहित छतीसगढ़, उप्र., महाराष्ट्र आदि प्रांतों से हजारों श्रद्धालु शामिल थे।